
जहानपुरा में गेहूं के खेत में भीषण आग, 20 बीघा फसल अवशेष राख; किसान को 40 हजार का झटका!
दमकल की देरी से जलकर खाक हुए फसल अवशेष, किसान की मेहनत पर पानी फिरा!
राजबाहे पटरी के निकट आग से तबाही, ग्रामीणों और पुलिस ने की मिलकर बुझाने की कोशिश!
कैराना (जिला शामली)। गांव जहानपुरा के राजबाहे रेलवे पटरी के समीप स्थित एक खेत में रविवार दोपहर भीषण आग लगने से गेहूं के फसल अवशेष पूरी तरह जलकर स्वाहा हो गए। इस घटना में किसान मुसय्यब (निवासी गांव मन्नामाजरा) को लगभग 40 हजार रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि मुसय्यब ने जहानपुरा में 20 बीघा खेत ठेके पर लेकर गेहूं की फसल उगाई थी। फसल पकने के बाद रीपर मशीन से अनाज काट लिया गया था, लेकिन खेत में फसल अवशेष (पराली) छोड़ दिए गए थे, जिन्हें बाद में भूसा बनाने की योजना थी।
घटना तब घटी जब दोपहर करीब 2 बजे अचानक फसल अवशेषों में आग लग गई। आग की लपटों ने देखते ही देखते पूरे खेत को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि आग का कारण अभी अज्ञात है, लेकिन संभवतः गर्मी और तेज हवाओं ने आग को भड़काने में भूमिका निभाई। मौके पर पहुंचे किसान मुसय्यब और उनके परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग का प्रकोप इतना तेज था कि उनकी कोशिशें नाकाम रहीं।
इस दौरान पुलिस रेस्पॉन्स व्हीकल (पीआरवी) की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। हालांकि, दमकल की गाड़ी करीब एक घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची, तब तक खेत की पराली पूरी तरह जल चुकी थी। मुसय्यब ने बताया कि मैंने इस खेत को ठेके पर लेकर गेहूं बोया था। फसल कटने के बाद पराली से भूसा बनाना था, लेकिन आग ने सबकुछ राख कर दिया। मेरी मेहनत और पैसा दोनों डूब गए।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय पराली जलाने की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जो न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं, बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से भी नुकसान पहुंचाती हैं। स्थानीय प्रशासन ने किसानों से फसल अवशेष प्रबंधन के वैज्ञानिक तरीके अपनाने की अपील की है।
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में अग्नि सुरक्षा उपायों और दमकल सेवाओं की धीमी प्रतिक्रिया पर सवाल खड़े किए हैं। पीड़ित किसान ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है, साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की गुजारिश की है।