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मन्नामाजरा फायरिंग केस: आरोपी उजैफा की 8 घंटे की पुलिस रिमांड, तमंचा व कारतूस बरामद!

कोर्ट में आत्मसमर्पण के बाद भी जारी जांच, पुलिस ने ईंख के खेत से बरामद किया हथियार!

दो गुटों की वर्चस्व लड़ाई में 17 आरोपी, 12 जेल में; उजैफा की गिरफ्तारी के बाद नया मोड़!

शामली। कैराना कोतवाली पुलिस ने मन्नामाजरा फायरिंग प्रकरण के आरोपी उजैफा को सोमवार को 8 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की। इस दौरान आरोपी की निशानदेही पर 12 बोर का तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किए गए, जो 1 अप्रैल को हुए खूनी संघर्ष में इस्तेमाल किए गए थे।

1 अप्रैल को कैराना के गांव मन्नामाजरा में दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई भड़क उठी थी। ताबड़तोड़ फायरिंग में ग्रामीण राकिब, रिजवान उर्फ चीमा, और परवेज उर्फ भाटी घायल हो गए थे। इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। पुलिस ने दोनों गुटों के 17 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की संगीन धाराओं में केस दर्ज किया था।

गिरफ्तारियों का सिलसिला:

अब तक 12 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं, जिनमें से 6 को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि 6 ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।

आरोपी उजैफा (मोहल्ला भूरा चुंगी, कैराना निवासी) ने भी 8 अप्रैल को कोर्ट में सरेंडर करके जेल की सजा शुरू की थी।

रिमांड और तमंचे की बरामदगी:

मामले के विवेचक एसएसआई यशपाल सिंह सोम ने न्यायालय की अनुमति से उजैफा को 8 घंटे की रिमांड पर लिया। पुलिस टीम ने आरोपी के साथ मन्नामाजरा के पास ईंख के खेत में छापेमारी करके हथियार और कारतूस जब्त किए। शाम 4 बजे रिमांड अवधि पूरी होने पर उजैफा को न्यायिक अभिरक्षा में वापस जेल भेज दिया गया।

पुलिस का कहना है कि बरामद हथियार फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं। इस मामले में अज्ञात आरोपियों की तलाश जारी है, साथ ही गुटों के बीच पुराने विवादों को लेकर भी जांच की जा रही है।

 

 

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