
रालोद जिलाध्यक्ष वाजिद प्रमुख की माता सईदन का 82 वर्ष की आयु में निधन, कैराना में शोक की लहर
रालोद नेता की माँ के इंतक़ाल पर बड़े नेताओं ने जताया शोक, बराला गांव में सियासी हस्तियों का तांता
वृद्धावस्था में रालोद जिलाध्यक्ष की माता का इंतक़ाल, अंतिम संस्कार में शामिल हुए विधायकों से लेकर प्रशासनिक अधिकारी
शामली। कैराना। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के शामली जिलाध्यक्ष वाजिद प्रमुख की 82 वर्षीय माता सईदन का गुरुवार को दोपहर करीब 3 बजे वृद्धावस्था के कारण निधन हो गया। उनके देहावसान की खबर से गांव बराला और आसपास के इलाकों में शोक की लहर छा गई। सईदन के पार्थिव शरीर को गांव के नजदीक स्थित कब्रिस्तान में अंतिम विदाई दी गई, जहां मौजूद लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
माता सईदन के निधन पर गांव बराला स्थित वाजिद प्रमुख के निवास पर शुक्रवार को शोक संवेदना देने वालों का तांता लगा रहा। इस दौरान क्षेत्र के बड़े राजनीतिक और सामाजिक नेताओं ने परिवार के साथ एकजुटता जताई। रालोद विधायक राजपाल बालियान, थानाभवन विधायक अशरफ अली ख़ान, सदर विधायक प्रसन्न चौधरी समेत कई नेताओं ने निजी तौर पर पहुंचकर शोक व्यक्त किया।
राजनीतिक गलियारों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक ने सईदन के प्रति सम्मान प्रकट किया। रालोद के क्षेत्रीय अध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन, पूर्व विधायक राव अब्दुल वारिस, युवा जिलाध्यक्ष विक्रांत निर्वाल, भाजपा नेता अनिल चौहान, पूर्व जलालाबाद चेयरमैन अब्दुल गफ़्फ़ार और पत्रकार संगठन कैराना के संरक्षक सुधीर चौधरी जैसी हस्तियों ने भी शोक संदेश साझा किए।
किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष कुलदीप पवांर, भाकियू प्रदेश महासचिव कपिल खटियान, सहकारी संघ कैराना के चेयरमैन चौधरी अली और पूर्व ब्लॉक उप-प्रमुख गुरदीप चौधरी समेत कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी परिवार को मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया। अंतिम संस्कार के दौरान गांव के लोगों ने सईदन को याद करते हुए उनके सादगीपूर्ण जीवन और समाज सेवा के किस्सों को साझा किया।
रालोद जिलाध्यक्ष वाजिद प्रमुख के परिवार ने सभी शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि माता के निधन से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है, लेकिन लोगों के सहयोग से वे इस दुख को सहने की ताकत पा रहे हैं। गांव बराला में शोक की छाया के बीच सईदन की यादें अब भी लोगों के बीच जीवित हैं।