
सहारनपुर में स्कूलों की मनमानी पर बढ़ी प्रशासन की नजर! यूनिफॉर्म-किताबों के लिए बनाए गए दबाव पर होगी कार्रवाई
17 अप्रैल 2025 को अभिभावक कर सकेंगे शिकायत दर्ज, जिला प्रशासन ने जारी किया निर्देश
नियम तोड़ने वाले स्कूल नहीं पाएंगे छूट : डीएम मनीष बंसल ने दी सख्त चेतावनी
सहारनपुर। जिले के स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर यूनिफॉर्म और किताबें खरीदने के लिए थोपी जा रही मनमानी के खिलाफ जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि कोई भी स्कूल अभिभावकों को निर्धारित दुकानों से यूनिफॉर्म या पुस्तकें खरीदने के लिए बाध्य करता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने ऐसे मामलों में शिकायत दर्ज करने की तिथि भी घोषित कर दी है।
डीएम बंसल के अनुसार, 17 अप्रैल 2025 को शाम 6:30 बजे तक अभिभावक जिला शुल्क एवं नियामक समिति के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे। शर्त यह है कि शिकायतकर्ता को स्कूल द्वारा दबाव बनाने के सबूत (जैसे नोटिस, व्हाट्सएप मैसेज, या लिखित आदेश) समिति के सामने प्रस्तुत करने होंगे। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि स्कूलों का यह तरीका शिक्षा नियमावली और उपभोक्ता अधिकारों का उल्लंघन है।
अभिभावकों में राहत, स्कूलों के लिए चेतावनी:
इस कदम से अभिभावकों ने राहत की सांस ली है। एक अभिभावक ने बताया कि कुछ स्कूल किताबों के सेट 3-4 गुना महंगे दामों पर बेचते हैं। अब हमें न्याय मिलेगा। वहीं, प्रशासन ने स्कूल प्रबंधनों को चेतावनी दी है कि नियमों की अवहेलना करने पर संबंधित स्कूल का लाइसेंस निरस्त करने समेत कानूनी कार्रवाई होगी। शिक्षा विभाग ने भी सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे अभिभावकों को किसी विशेष दुकान से सामान खरीदने के लिए बाध्य न करें।
पिछले कुछ वर्षों में सहारनपुर के कई निजी स्कूलों पर अभिभावकों से अनावश्यक फीस वसूलने और महंगे सामान थोपने के आरोप लगते रहे हैं। डीएम बंसल की यह पहल शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। अब देखना है कि क्या यह निर्देश स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगा पाता है।