
वक्फ कानून को लेकर कैराना में पुलिस-पीएसी का पैदल मार्च, जुमे की नमाज के दौरान ड्रोन से निगरानी
मस्जिदों के बाहर भारी सुरक्षा तैनात, प्रशासन ने अफवाहों से बचने की दी अपील
वक्फ संशोधन कानून के विरोध की आशंका के बीच कैराना में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई जुमे की नमाज
कैराना (शामली)। वक्फ संपत्ति प्रबंधन संशोधन कानून 2022 को लेकर पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। इसी कड़ी में कैराना प्रशासन और पुलिस ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरती। नवनियुक्त कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने पीएसी और पुलिस बल के साथ कस्बे में पैदल मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। इस दौरान ड्रोन कैमरे से नमाज स्थलों के आसपास की गतिविधियों पर नजर रखी गई।
सुरक्षा के खास इंतजाम:
हाल ही में राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद वक्फ संशोधन कानून पूरे देश में लागू हो गया है। इसके विरोध में संभावित प्रदर्शनों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को हाई अलर्ट जारी किया है। कैराना में जुमे की नमाज से पहले सीओ (प्रशिक्षणाधीन) जितेंद्र कुमार और कोतवाली प्रभारी ने मुख्य मस्जिदों के बाहर पुलिस-पीएसी की टीमें तैनात कीं। कस्बे की जामा मस्जिद समेत अन्य इबादतगाहों के चारों ओर बैरिकेडिंग भी की गई।
प्रशासन की अपील:
पुलिस अधिकारियों ने नमाजियों और स्थानीय नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और कानून-व्यवस्था कायम रखने का आग्रह किया। निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि सभी धर्मों के लोगों के बीच सौहार्द बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है। कानूनी बदलावों को लेकर किसी भी तरह की गलतफहमी न फैलने दें।
नमाज शांतिपूर्ण संपन्न:
पुलिस की तैयारियों का असर दिखा और कस्बे में जुमे की नमाज बिना किसी अप्रिय घटना के समाप्त हुई। प्रशासन ने ड्रोन के माध्यम से भीड़ पर नजर रखकर प्रभावी निगरानी की। स्थानीय लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कदम समाज में विश्वास बढ़ाते हैं।
पृष्ठभूमि:
वक्फ संशोधन कानून के तहत वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और नियंत्रण को लेकर नई व्यवस्थाएं लागू हुई हैं। केंद्र सरकार का दावा है कि यह कानून वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकेगा, जबकि कुछ संगठन इसे धार्मिक स्वायत्तता में हस्तक्षेप बता रहे हैं। इस मुद्दे पर कैराना समेत कई शहरों में पहले भी विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं।