
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने शामली में बड़ी कार्रवाई: 2 करोड़ रुपये के चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार
शामली। उत्तर प्रदेश एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने शामली जनपद के कांधला क्षेत्र में एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 20 किलोग्राम अवैध चरस (अनुमानित मूल्य: 2 करोड़ रुपये) बरामद किया है। इसके साथ ही गिरोह के एक सक्रिय सदस्य जितेंद्र सिंह उर्फ जित्ता (60 वर्ष) को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई एएनटीएफ मुख्यालय लखनऊ के निर्देश पर की गई, जिसमें मेरठ यूनिट के पुलिस उपाधीक्षक भगवान दास के नेतृत्व में सहारनपुर और कांधला पुलिस की संयुक्त टीम शामिल थी।
जानकारी के अनुसार, टीम ने ग्राम किवाना (थाना कांधला) में छापेमारी कर जितेंद्र सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया। उसके कब्ज़े से एक सीलबंद प्लास्टिक कट्टे में 20 किलोग्राम चरस, एक मोबाइल फोन और 150 रुपये नकद बरामद हुए। पूछताछ में जितेंद्र ने बताया कि यह चरस रवि उर्फ मास्टर (ग्राम नाला, कांधला) द्वारा नेपाल से मंगवाया गया था, जिसे वे शामली और आसपास के जिलों में बेचकर मुनाफा कमाते थे।
अभियुक्त का अपराधिक इतिहास
जितेंद्र सिंह पहले से ही नारकोटिक्स और हिंसक अपराधों में संलिप्त रहा है। उसके खिलाफ पंजीकृत मुकदमों में शामिल हैं:
मुकदमा संख्या 133/2016: हत्या और दंगा (थाना आदर्श मंडी)।
मुकदमा संख्या 55/2021: NDPS एक्ट के तहत चरस तस्करी।
मुकदमा संख्या 40/2024: NDPS एक्ट में ही पिछले महीने दर्ज केस।
कानूनी कार्रवाई
इस मामले में थाना कांधला में मुकदमा संख्या 126/2025 दर्ज कर NDPS एक्ट की धारा 8/20/29 के तहत कार्रवाई की गई है। एएनटीएफ अधिकारियों का कहना है कि रवि उर्फ मास्टर और नेपाल कनेक्शन की जांच जारी है।
कार्रवाई में शामिल टीम
एएनटीएफ सहारनपुर: उपनिरीक्षक भूपेंद्र सिंह, नवीन कुमार, अवधेश सहित 9 सदस्य।
थाना कांधला पुलिस: उपनिरीक्षक अजीत सिंह, योगेंद्र शर्मा और अन्य।
एएनटीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि यह कार्रवाई यूपी सरकार के “ड्रग-मुक्त प्रदेश” अभियान का हिस्सा है। संदिग्ध को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है, जबकि उसके सहयोगियों की तलाश जारी है।
नोट: चरस की गुणवत्ता और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच फोरेंसिक और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की जा रही है।