
पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की दिनदहाड़े हत्या; फोन आया और फिर शव हाईवे पर मिला; सीतापुर में पत्रकार की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, पुलिस ने लगाई चार टीमें
उत्तर प्रदेश। सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में शनिवार को स्थानीय पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी। यह घटना इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के हेमपुर नेरी क्षेत्र में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर सामने आई। हमलावरों ने पहले पीड़ित की बाइक से टक्कर मारी और फिर उन पर तीन गोलियां दागकर फरार हो गए।
घटनाक्रम: फोन आया और फिर शव हाईवे पर मिला
पुलिस और परिजनों के अनुसार, राघवेंद्र बाजपेई घर पर किसी के फोन आने के बाद बाइक से निकले थे। कुछ समय बाद उनका शव हाईवे पर पड़ा मिला। शुरुआती जानकारी में इसे सड़क हादसा समझा गया और उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम में शव पर तीन गोलियों के निशान पाए, जिसके बाद हत्या की पुष्टि हुई।
पुलिस का संदेह: ‘शार्प शूटर्स’ का हाथ?
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण रंजन सिंह ने बताया कि हत्यारों ने घटना को अंजाम देने का तरीका “पेशेवर” लगता है। उन्होंने कहा कि हमलावरों ने जिस तरह बाइक से टकराने के बाद गोलियां चलाईं, वह प्रशिक्षित अपराधियों की करतूत लगती है। हत्या के पीछे का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है।
सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन से जुटा रहे सुराग
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए चार विशेष टीमें गठित की हैं। इन टीमों को हत्यारों के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैक करने और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। साथ ही, पीड़ित के अंतिम फोन कॉल और उनके पत्रकारिता से जुड़े किसी संभावित विवाद को भी जांच का हिस्सा बनाया जा रहा है।
पत्रकार समुदाय में रोष, मांगा कड़ी कार्रवाई
राघवेंद्र की हत्या से स्थानीय पत्रकार समुदाय में आक्रोश है। उनके सहयोगियों ने न्याय की मांग करते हुए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपील की है। वहीं, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों को जल्द पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।