कैराना (जिला शामली)। मोहल्ला आलकलां निवासी एक व्यक्ति ने स्थानीय नगरपालिका के ईओ, जेई और बाबू पर रिश्वत न देने के कारण उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि नगर पालिका अधिकारियों ने उससे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी, और जब उसने देने से इनकार किया तो उसके मकान की दीवार जबरन गिरवा दी गई। इस दौरान उसकी एक गाय घायल हो गई, जबकि एक गोवंश की मौके पर ही मौत हो गई।
पीड़ित इरशाद पुत्र जाहिद का आरोप है कि घटनाक्रम के बाद उसे झूठे मुकदमे में फंसाने का प्रयास भी किया गया। उसने सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीएम शामली को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत के अनुसार, यह मामला वार्ड संख्या-09 हरिजन मंदिर के पीछे स्थित एक प्लॉट से जुड़ा है, जहां पर एक नगरपालिका बाबू ने उससे 50 हजार रुपये की मांग की थी।
इरशाद ने बताया कि रुपये न देने पर अधिकारियों ने न केवल उसकी दीवार ढहा दी, बल्कि 10 सितंबर 2024 को नगरपालिका के जेई ने उसके और उसके परिवार के खिलाफ कैराना कोतवाली में झूठा मुकदमा दर्ज कराया। हालांकि, 13 मार्च 2025 को विवेचक ने मामले में जांच कर पर्याप्त साक्ष्य न मिलने पर अदालत में फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दी।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि लगातार झूठे मुकदमों और उत्पीड़न के चलते वह परिवार सहित कैराना से पलायन कर इलाहाबाद चला गया है। उसने मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं, नगरपालिका के ईओ ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह पुराना मामला है और पूरे प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई की गई थी।