कैराना बिना डिग्री, डिप्लोमा या यूँ कहिये की झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ नगर के पत्रकारों द्वारा एक मुहिम चलाई गई थी, जिसका विजिलेंस न्यूज़ ने विरोध किया था और झोलाछाप डॉक्टर्स के पक्ष मे आवाज़ उठायी थी, मोहल्ला क्लिनिक ने कोरोना महामारी के समय मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और यही वजह थी विजिलेंस न्यूज़ ने झोलाछाप डॉक्टरों के पक्ष मे लिखा था, लेकिन जब एक पत्रकार को विजिलेंस न्यूज़ ने गोपनीय रूप से इन डॉक्टरों की प्रतिक्रिया जानने के लिए उनके बीच भेजा तो डॉक्टर व हकीम के शब्द चौकाने वाले थे उनके अनुसार नगर का कोई पत्रकार उनका कुछ नही बिगाड़ सकता क्योंकि उनको ज़िला स्वास्थ्य विभाग से सीधा सरंक्षण प्राप्त है, वही दूसरे हकीम ने बताया कि सी.एम.ओ से उनके घरेलू सम्बन्ध है इसलिए कोई पत्रकार कुछ भी लिखे उनको कोई फर्क नही पड़ता! अबब सवाल यह उठता है कि लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कही जाने वाली पत्रकारिता ऐसे डॉक्टर्स की नज़र मे इतनी लचर है? तो वही सवाल यह भी बनता है कि क्या सचमुच इन झोलाछाप डॉक्टर्स को ज़िला स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों का सरंक्षण प्राप्त है या फिर यह उच्च अधिकारियों को बदनाम करने की साजिश है ! जो भी है विजिलेंस न्यूज़ जल्द मामले की तह तक जाने की कोशिश करेगा व ऐसे गुमराह या संरक्षण प्राप्त झोलाछाप डॉक्टरों को पत्रकारिता की अहमियत का भी एहसास कराएगा !!