
शामली के मलकपुर गांव में राशन घोटाला: प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल!
11 क्विंटल सरकारी चावल की काला बाज़ारी करता पकड़ा गया राशन डीलर, विरोध करने पर ग्रामीणों पर जान जानलेवा हमला! फिर भी नहीं हुई कार्रवाई!
शामली, 19 जुलाई: जनपद शामली के ग्राम मलकपुर (ब्लॉक कांधला, तहसील कैराना) में एक बड़ा राशन घोटाला सामने आया है। ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि गांव के उचित दर विक्रेता (डीलर) सोहन और उसके सहयोगी नासिर व आजम द्वारा सरकारी चावल की कालाबाजारी की गई, लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है।
घटनाक्रम:
- 7 जुलाई 2025 को ग्रामवासियों ने राशन डीलर सोहन द्वारा व्यापारी असीक अहमद (निवासी आलदरम्यान, कैराना) को 11 क्विंटल सरकारी चावल 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचते हुए पकड़ा।
- असीक ने स्वीकार किया कि चावल सोहन की दुकान से लिया गया था। इसकी वीडियोग्राफी प्रशासनिक अधिकारियों के सामने ग्रामीणों ने की।
- जांच में 13 क्विंटल चावल स्टॉक से अधिक मिला, जिसे डीलर ने ग्रामीणों को नहीं बांटा था।
- ग्रामीणों के विरोध करने पर सोहन, नासिर और आजम के परिवार ने उन पर लाठी-डंडों और पथराव से हमला किया, जिसमें कई लोग घायल हुए।
- 8 जुलाई को उपजिलाधिकारी कैराना द्वारा की गई जांच में 15 क्विंटल अतिरिक्त चावल बरामद हुआ।
प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल:
ग्रामीणों का आरोप है कि स्पष्ट सबूतों के बावजूद:
- डीलर के खिलाफ धारा 3/7 के तहत मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
- राशन दुकान निरस्त नहीं की गई।
- हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों की मांग:
- सोहन की राशन दुकान तत्काल निरस्त की जाए।
- धारा 3/7 के तहत सोहन, नासिर व आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।
- घायल ग्रामीणों को न्याय दिलाया जाए।
प्रशासन का पक्ष:
जिला पूर्ति अधिकारी नरेंद्र सुंदरियाल ने बताया कि मामला उपजिलाधिकारी कैराना के पास लंबित है।
उच्च स्तर पर शिकायत:
ग्रामीणों ने इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, गृह सचिव और मुख्य सचिव को भेजी है।
नोट: यह मामला सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करता है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।