
सीसीटीवी फुटेज और चार पुलिस टीमों के सहारे किसान हत्यारों की तलाश में जुटी खाकी!
धर्मेंद्र सिंह ने भरी हुंकार! कहा कि कि 48 घंटे के भीतर हत्यारों की पहचान कर सलाख़ों के पीछे धकेल दिया जाएगा।
कैराना, 10 जून। शामली जिले के गाँव बदलूगढ़ में सोमवार रात एक भीषण हत्याकांड हुआ, जहाँ 50 वर्षीय किसान देवेंद्र सिंह (उर्फ देवी) को खेत में बैठे दौरान तीन अज्ञात बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना रात करीब 9:30 बजे की है, जब मृतक अपने खेत में बने घेर (झोपड़ी) में चारपाई पर आराम कर रहे थे। हमलावरों ने उनके सिर और कमर में निशाना साधकर गोलियां दागीं, जिसके बाद वे मौके से फरार हो गए।
गोलीबारी की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और घायल देवेंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फॉरेंसिक टीम ने गोलियों की खाली कारतूसें और अन्य साक्ष्य जुटाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर एवं कमर में गंभीर गोली घावों की पुष्टि हुई। मृतक के बेटे उपेंद्र ने कोतवाली कैराना में चार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया, जिनमें तनवीर (स्थानीय मीट प्लांट का प्रबंधक) और मोहम्मद मौमीन शामिल हैं।
जांच की दिशा:
पुलिस ने चार विशेष टीमें (एसओजी, सर्विलांस समेत) गठित की हैं, जो घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं।
एएसपी संतोष कुमार के अनुसार, संभावित मकसद जमीन विवाद है। देवेंद्र और आरोपियों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर पुराना विवाद चल रहा था।
आरोपियों से पूछताछ जारी है, लेकिन अब तक तीन बाइक सवार हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है।
परिवार की प्रतिक्रिया:
उपेंद्र ने पुलिस को बताया कि उनके पिता की किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी, लेकिन जमीन विवाद को लेकर धमकियाँ मिलती रहती थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि तनवीर ने पहले भी जबरन कब्जे की कोशिश की थी।
पुलिस फास्ट ट्रैक कोर्ट से संपर्क कर आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी का रास्ता साफ कर रही है। कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने आश्वासन दिया कि 48 घंटे के भीतर हत्यारों की पहचान कर ली जाएगी।
इस घटना ने स्थानीय किसानों में रोष पैदा किया है। किसान संगठनों ने तत्काल न्याय की मांग करते हुए कहा है कि जमीन विवादों को निपटाने के लिए प्रशासन को तंत्र मजबूत करना होगा।