
11 जून को ग्वालियर में भीम आर्मी का बड़ा जनसम्मेलन, ASP नेतृत्व में बाबासाहेब की प्रतिमा स्थापना को लेकर जुटेंगे हजारों कार्यकर्ता!
विनय रतन सिंह और रविंद्र ASPK की अगुवाई में फूलबाग में होगा बहुजन महापंचायत, भीम आर्मी ने कहा—’अपमान बर्दाश्त नहीं!
संविधान निर्माता की प्रतिष्ठा का सवाल: ग्वालियर हाईकोर्ट प्रतिमा विवाद पर भीम आर्मी ने बुलाई जनसभा, 11 जून को बड़ा आंदोलन!
ग्वालियर: आज़ाद समाज पार्टी (ASP) और भीम आर्मी के नेतृत्व में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर ग्वालियर में बड़ा कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान 11 जून 2025 को फूलबाग मैदान में एक विशाल बहुजन महापंचायत के आयोजन की घोषणा की गई, जिसमें भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह और आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र ASPK जी शामिल होंगे।
विवाद की पृष्ठभूमि:
ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर पिछले कई महीनों से तनाव चल रहा है। एक पक्ष प्रतिमा लगाने की मांग कर रहा है, जबकि दूसरा पक्ष इसका विरोध कर रहा है। भीम आर्मी ने इस मुद्दे को सामाजिक न्याय और दलित अस्मिता से जोड़ते हुए आंदोलन तेज कर दिया है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि “बहुजन समाज अपने महापुरुषों के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा”।
आगामी कार्यक्रम:
11 जून 2025 को ग्वालियर के फूलबाग मैदान में भीम आर्मी और ASP की ओर से बड़ी रैली आयोजित की जाएगी।
इस दौरान विनय रतन सिंह और रविंद्र ASPK जी अपने भाषणों में प्रतिमा स्थापना में आ रही बाधाओं और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जोर देंगे।
भीम आर्मी ने साथियों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में पहुंचकर आंदोलन को मजबूती दें।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ:
इस मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी सवाल उठाते हुए मध्य प्रदेश सरकार और न्यायपालिका से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि “संविधान निर्माता की प्रतिमा का विरोध जातिवादी मानसिकता को दर्शाता है”। वहीं, भीम आर्मी नेता दामोदर यादव ने धमकी दी है कि अगर प्रतिमा नहीं लगी तो देशभर के न्यायालयों में आंदोलन तेज होगा।
यह आंदोलन अब सिर्फ एक प्रतिमा का मुद्दा नहीं, बल्कि दलित समाज के सम्मान और संवैधानिक मूल्यों की लड़ाई बन चुका है। 11 जून को ग्वालियर में होने वाली महापंचायत इस संघर्ष का अगला बड़ा चरण होगा।