
क्रॉस-ड्रेसिंग से लेकर वीडियो बेचने तक: संत कबीर नगर का डॉक्टर केस हुआ वायरल!
सरकारी डॉक्टर पर पोर्न वीडियो बनाने का आरोप, पत्नी ने किया सनसनीखेज खुलासा!
डॉक्टर बोले- ‘डीपफेक साजिश’, पत्नी का आरोप- ‘सरकारी आवास में होती थी अश्लील शूटिंग!
संत कबीर नगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में एक सरकारी डॉक्टर पर अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें ऑनलाइन बेचने के गंभीर आरोप लगे हैं। डॉ. वरुणेश दुबे, जो खलीलाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में तैनात हैं, की पत्नी सिम्पी पांडे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पति महिलाओं के कपड़े पहनकर अपने सरकारी आवास में अश्लील वीडियो बनाते थे और उन्हें पोर्न साइट्स पर बेचते थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और डॉक्टर के सरकारी आवास को सील कर दिया गया है।
पत्नी का आरोप: “वीडियो में दिखा हमारा घर, पति ने की मारपीट!
सिम्पी पांडे ने बताया कि उन्हें इंटरनेट पर एक पेड वेबसाइट पर अपने पति के वीडियो मिले, जिनमें वह ट्रांसजेंडर के रूप में दिखाई दे रहे थे। उन्होंने कहा कि “वीडियो में हमारे घर का वॉलपेपर, बेड और सजावट साफ दिख रही थी, जिसे मैंने खुद खरीदा था। जब मैंने पति से सवाल किया, तो उन्होंने मुझे और मेरे भाई को पीट दिया”। पुलिस को शिकायत में यह भी बताया गया कि डॉ. दुबे “मीना राय” नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर वीडियो अपलोड करते थे।
डॉक्टर का बचाव: “यह डीपफेक साजिश है, पत्नी संपत्ति के लिए फंसा रही है”
डॉ. वरुणेश दुबे ने आरोपों को झूठा बताते हुए एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके छोटे साले (पत्नी के भाई) ने AI तकनीक से फर्जी वीडियो बनाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और ससुराल वाले उनकी संपत्ति हड़पना चाहते हैं। डॉक्टर ने कहा कि “अगर मेरी मौत हुई, तो यह हत्या होगी, आत्महत्या नहीं”।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
- पुलिस ने डॉ. दुबे के खिलाफ घरेलू हिंसा, धोखाधड़ी और अश्लील सामग्री बनाने के आरोप में केस दर्ज किया है।
- सरकारी आवास की तलाशी ली गई और वहां मिले सबूतों को जब्त किया गया।
- स्वास्थ्य विभाग ने भी एक तीन सदस्यीय समिति बनाकर जांच शुरू की है, हालांकि अभी तक डॉक्टर को निलंबित नहीं किया गया है ।
समाज में मचा हड़कंप!
यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग डॉक्टर की दोहरी जिंदगी पर सवाल उठा रहे हैं, तो कुछ AI तकनीक के दुरुपयोग को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय निवासी हैरान हैं कि एक प्रतिष्ठित सरकारी डॉक्टर ऐसे आरोपों में फंसा है।
यह मामला अभी जांच के दौर में है, लेकिन इसने संत कबीर नगर के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश में बहस छेड़ दी है कि क्या डॉ. दुबे वास्तव में अपराधी हैं या फिर उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया गया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट ही इसका स्पष्ट जवाब देगी।
नोट: विजिलेंस दर्पण इस ख़बर की पुष्टि नहीं करता है, समाचार सोशल मीडिया सोर्स पर आधारित है।