
कैराना -सीबीएसई में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी फीस से अभिभावक परेशान! कैराना और शामली में अब शिक्षक ही बने शिक्षा माफिया!
एक जन प्रतिनिधि नेता का सीबीएसई स्कूल बड़े स्तर पर कर रहा लूट! एडमिशन फॉर्म की कीमत 500 ऐडमिशन करने की कीमत 50,000
शामली। उत्तर प्रदेश का कैराना और शामली नगर जिला वीआईपी जिलों में शुमार है. यहां पर प्राइवेट स्कूल संचालकों की तानाशाही हर साल बढ़ती जा रही है. प्राइवेट स्कूलों में मनमाने तरीके से फीस वसूली जा रही है. शामली जिले के लोगों ने बुधवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट मथुरा के अध्यक्ष ब्रह्मचारी आशुतोष महाराज से मुलाकात कर कहा कि इनकी शिकायत कई बार की गई, लेकिन कोई भी जिम्मेदार इस पर कोई कार्यवाही नहीं करता है। इस वजह से हमें अपने बच्चों को पढ़ाने-लिखाने में अब दाल-सब्ज़ी हमारी थालियों से गायब हो रही है. यह दर्द शामली के रहने वाले पेरेंट्स का है।
आपको बता दे अप्रैल शुरू होते ही देशभर के प्राइवेट स्कूलों में नया सत्र शुरू हो जाता है। यह समय बच्चों के माता-पिता के लिए काफी तनाव भरा होता है। बच्चों के लिए बढ़िया स्कूल सेलेक्ट करना और उसके बाद प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन के लिए होने वाला तामझाम अभिभावकों को काफी परेशान कर देता है। इसके बाद इन स्कूलों की भारी फीस भरने और महंगी किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने की टेंशन उन्हें और हताश कर देती है। इतना ही नहीं शिक्षा अधिकारी को मिलीभगत के चलते ये प्राइवेट स्कूल अपनी मनमर्जी से फीस बढ़ाते रहते हैं. इससे अभिभावकों की जेब पर भारी असर पड़ता है।
अब इन स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई जा रही है। समस्या सुनते हुए श्री कृष्ण जन्मभूमि केस के मुख्यवादी ब्रह्मचारी आशुतोष महाराज ने कहा शिक्षा मंत्री से इस संबंध में बात कर मनमानी कर रहे स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही कराएंगे।