
उधारी की रक़म मांगने पर 70 वर्षीय बुजुर्ग की निर्मम हत्या! गांव भूरा में चार आरोपियों ने रची थी साजिश, एक गिरफ्तार!
बुजुर्ग की हत्या के बाद छत से फेंका शव, पुलिस ने जांच में उजागर किए साक्ष्य!
हत्या के बाद फरार हुए तीन आरोपी, पुलिस का दावा- ‘नफीस के खिलाफ 18 संगीन केस दर्ज, गिरफ्तारी के बाद हुआ चौंकाने वाला खुलासा!
कैराना (शामली) जिले के गांव भूरा में बुधवार (24 अप्रैल) को हुई 70 वर्षीय बुजुर्ग यासीन उर्फ सिन्ना की हत्या का मामला उस वक्त और गंभीर हो गया, जब पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी नफीस को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में नफीस ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि उसने यासीन से दो लाख रुपये उधार लिए थे, और बार-बार पैसे मांगने पर तंग आकर उसने तीन साथियों के साथ मिलकर योजना बनाई। पुलिस ने नफीस से 7500 रुपये और एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जबकि तीन अन्य आरोपी विशाल, नेत्रपाल और नितिन अभी फरार हैं।
उधार की रक़म वापसी के दबाव के चलते बनाया हत्या का प्लान!
नफीस ने पुलिस को बताया कि उसने करीब एक साल पहले यासीन से दो लाख रुपये व्यक्तिगत जरूरतों के लिए उधार लिए थे। यासीन लगातार पैसे वापस मांग रहा था, जिससे नफीस परेशान हो गया। उसने अपने साथियों विशाल, नेत्रपाल और नितिन को यासीन के “तंग करने” की बात बताई। चारों ने यासीन को “सबक सिखाने” का फैसला किया।
23 अप्रैल की रात करीब 1:15 बजे, चारों आरोपी यासीन के घर पहुंचे। घर का गेट बंद पाकर वे पास की दुकानों की छत पर चढ़ गए और वहां से यासीन के मकान के अंदर घुस गए। यासीन उस समय ऊपरी बरामदे में मच्छरदानी लगाकर सो रहा था।
आरोपियों के पैरों की आहट सुनकर यासीन की नींद खुल गई। नफीस ने पूछताछ में कबूला कि उन्होंने यासीन से कहा कि जो कुछ भी तेरे पास है, निकाल दे। यासीन के विरोध करने पर चारों ने उसे खाट पर ही गिरा दिया और नफीस ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपियों ने यासीन के तहमद (लुंगी) की गांठ से 42,000 रुपये निकाले। फिर, शव को छिपाने के लिए उन्होंने तहमद को यासीन के गले में बांध दिया और मच्छरदानी समेत उसे छत से नीचे आंगन में फेंक दिया।
मृतक के भतीजे मुबारिक ने 24 अप्रैल को कोतवाली में नफीस के खिलाफ हत्या, डकैती और आपराधिक षड्यंत्र का मुकदमा दर्ज कराया। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने एसओटी की एक टीम गठित की, जिसने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर नफीस को ट्रैक किया।
नफीस के कब्जे से 7500 रुपये और एक मोबाइल बरामद हुआ, जिसमें उसके साथियों से की गई बातचीत के रिकॉर्ड मिले। पुलिस को शक है कि नफीस ने लूट के 42,000 रुपये में से 2000 रुपये शराब और जुआ पर खर्च कर दिए, जबकि बाकी 40,000 रुपये गांव बीबीवुर हटिया के एक सहयोगी के पास जमा कराए थे।
आरोपी का अपराधिक इतिहास
नफीस गांव भूरा का कुख्यात अपराधी है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उसके खिलाफ डकैती, हत्या के प्रयास, और संपत्ति विवाद सहित 18 संगीन मामले दर्ज हैं। 2022 में उसे एक हत्याकांड के संदेह में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन सबूतों के अभाव में छोड़ दिया गया था।
मृतक यासीन के परिवार ने पुलिस कार्रवाई की सराहना की, लेकिन शेष आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग की। गांव के सरपंच रमेश चंद ने बताया कि यासीन एक शांतिप्रिय व्यक्ति थे और उन्हें उधार देने की आदत के कारण कई लोग उनसे नाराज़ थे।