
सहारनपुर में GIS आधारित गृहकर वृद्धि के खिलाफ व्यापारियों का बवाल, नगर निगम को ज्ञापन!
पार्षद टिंकू अरोड़ा के नेतृत्व में व्यापारी एकजुट, कहा- खून का आखिरी बूंद तक लड़ेंगे!
टैक्स वृद्धि नहीं रुकी तो बड़े आंदोलन की चेतावनी, व्यापारियों ने मांगा मूलभूत सुविधाओं का हल!
सहारनपुर। नगर निगम द्वारा जीआईएस (GIS) सर्वे के आधार पर गृहकर में 100 से 200 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी के विरोध में शहर के व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। सहारनपुर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल (पंजी.) के नेतृत्व में व्यापारियों ने नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर तत्काल इस निर्णय पर रोक लगाने की मांग की।
व्यापारियों का आक्रोश, नगर निगम पर शोषण का आरोप
महानगर अध्यक्ष विवेक मनोचा और महामंत्री सुरेन्द्र मोहन सिंह चावला के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम की इस कार्रवाई को “आधारहीन और शोषणकारी” बताया। उन्होंने कहा कि GIS तकनीक के नाम पर मनमाने ढंग से कर बढ़ाया गया है, जबकि शहर में मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़कें, जल निकासी और बिजली व्यवस्था अभी भी चरमराई हुई हैं।
पार्षद टिंकू अरोड़ा को व्यापारियों का समर्थन
इस मुद्दे पर सर्वप्रथम आवाज उठाने वाले पार्षद अभिषेक अरोड़ा उर्फ टिंकू को व्यापारियों ने खुलकर सराहा। टिंकू ने व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम मजबूत पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल आपके साथ सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। सहारनपुर के हित में हम अपने खून का आखिरी बूंद भी दे देंगे। उनके इस जज्बे ने व्यापारियों में नई ऊर्जा भर दी।
ज्ञापन में उठाई गई मुख्य मांगें
- प्रतिनिधिमंडल द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में निम्न मांगें रखी गईं:
- GIS के आधार पर गृहकर वृद्धि पर तुरंत रोक लगाई जाए।
- शहर में बुनियादी सुविधाओं का त्वरित सुधार किया जाए।
- कर निर्धारण प्रक्रिया में व्यापारियों की सहमति ली जाए।
चेतावनी: आंदोलन होगा तेज!
व्यापारियों ने स्पष्ट किया कि यदि 15 दिनों के भीतर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे शहरव्यापी धरना-प्रदर्शन और व्यापार बंद का आह्वान करेंगे। महामंत्री चावला ने कहा कि नगर निगम यदि जनता के हितों को नजरअंदाज करेगा, तो परिणाम गंभीर होंगे।
इस बीच, नगर आयुक्त ने ज्ञापन प्राप्त करने के बाद मामले की जांच का आश्वासन दिया है। अब निगम प्रशासन और व्यापारियों के बीच तनाव के बादल छाए हुए हैं।