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दुखद खबर: सूफ़ी संप्रदाय के प्रमुख हज़रत मौलाना सैयद इक़बाल अहमद साबरी का निधन!

मदरसा गुलज़ार ए फ़रीद के प्रमुख हज़रत मौलाना सैयद इक़बाल अहमद साबरी का इंतक़ाल, शोक की लहर

हज़ारों मुरीदों के साथ हज़रत साबरी का भावभीनी विदाई समारोह, हज़रत साबिर पाक की चौखट पर हुई नमाज़-ए-जनाज़ा 

25 अप्रैल को होगा हज़रत साबरी का चहल्लुम, मदरसा गुलज़ार ए फ़रीद में होगा ग़मगीन आयोजन

रुड़की। कलियर शरीफ़: सूफ़ी परंपरा और ज्ञान के प्रतीक हज़रत मौलाना सैयद इक़बाल अहमद साबरी साहब का 17 रमज़ान 1446 हिज्री (18 मार्च 2025) को इंतक़ाल हो गया। वे हज़रत बाबा ग़रीब शाह साबरी के सज्जादा नशीन (उत्तराधिकारी) और मदरसा गुलज़ार ए फ़रीद के प्रमुख थे। उनके निधन पर आध्यात्मिक जगत में शोक की लहर है।

जनाज़ा: हज़ारों ने भाग लिया, आँखें थीं नम

हज़रत साबरी के जनाज़ा की नमाज़ बादे ज़ुहर (दोपहर की नमाज़) कलियर शरीफ़ स्थित हज़रत साबिर ए पाक की चौखट पर संपन्न अदा की गई, जिसे हज़रत सैयद काशिफ़ मियां सलेमपुर साहब ने पढ़ाया। हज़ारों मुरीदों, मुहिब्बीनों और अक़ीदतमंदानों ने भीगी पलकों के साथ अपने पीर-ए-तरीकत को अंतिम विदाई दी। श्रद्धालुओं ने उनकी बारगाह में फूलों की चादर चढ़ाते हुए ख़िराजे अक़ीदत पेश किया।

आख़िरी विश्राम: आस्ताना ए आलिया में दफ़न

नमाज़े अस्र (देर दोपहर की नमाज़) के बाद, इमाम अबू स्वालेह मुहम्मद साहब के नेतृत्व में हज़रत साबरी को मदरसा गुलज़ार ए फ़रीद के प्रांगण में उनके पीर-ओ-मुर्शिद हज़रत बाबा ग़रीब शाह साबरी के पास दफ़नाया गया। मदरसा परिसर में शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न इस अंतिम संस्कार में आध्यात्मिक तरानों के बीच उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।

चहल्लुम का ऐलान: 25 अप्रैल को होगा सामूहिक फ़ातिहा

हज़रत साबरी के चहल्लुम (40वें दिन की रस्म) का आयोजन 25 अप्रैल 2025 को मदरसा गुलज़ार ए फ़रीद में किया जाएगा। हज़रत बाबा रमज़ान अली खान साहब और मदरसा कमेटी ने सभी मुरीदों व श्रद्धालुओं से इस आयोजन में शिरकत करने की अपील की है। कमेटी के प्रवक्ता इरफ़ान नोमानी ने कहा कि यह आयोजन हमारे पीर की शिक्षाओं को याद करने और उनकी रूह को सलामती की दुआएं अर्पित करने का अवसर होगा।

हज़रत साबरी का जाना सूफ़ी समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनकी विरासत मदरसा गुलज़ार ए फ़रीद और उनके अनुयायियों के माध्यम से जीवित रहेगी। उनके चहल्लुम में आध्यात्मिक एकता और प्रेम का संदेश फिर से गूंजेगा।

 

 

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