कांधला की संस्था स्टेपिंग स्टोन्स ट्रस्ट बनी पंजाब बाढ़ पीड़ितों का सहारा
पंजाब की धरती ने हमें भाईचारे और इंसानियत का सबक सिखाया। हमारी कोशिश रही कि न सिर्फ राहत सामग्री पहुँचाई जाए, बल्कि उन परिवारों के दुख और दर्द में भी शरीक हुआ जाए।मोहम्मद शादाब
सादिक सिद्दीक़ी
कांधला/चंडीगढ़। जनपद शामली के कांधला कस्बे की सामाजिक संस्था स्टेपिंग स्टोन्स ट्रस्ट ने पंजाब में आई हालिया बाढ़ त्रासदी के दौरान राहत कार्यों की अगुवाई करते हुए इंसानियत और भाईचारे की सच्ची मिसाल पेश की। ट्रस्ट की टीम ने लगभग 10 बाढ़ प्रभावित गाँवों तक पहुँचकर ज़रूरतमंद परिवारों को राहत सामग्री पहुँचाई।लगातार दो हफ़्तों तक चलाए गए इस अभियान में ट्रस्ट द्वारा प्रभावित परिवारों को राशन किट, आवश्यक वस्तुओं की किट और आपातकालीन (Emergency) किट वितरित की गईं। इसके साथ ही टीम ने पीड़ितों के दुख को बाँटने और उनका हौसला बढ़ाने का भी प्रयास किया। अभियान की सफलता में युवाओं की भागीदारी, सामुदायिक पहल और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग महत्वपूर्ण रहा। Pashchim ki Awaz, Bhanwara के युवाओं का स्वयंसेवी योगदान और Star India Foundation की सक्रिय भागीदारी उल्लेखनीय रही। सबसे अहम भूमिका भारतीय सेना की रही, जिनके मार्गदर्शन और सहयोग से राहत सामग्री सही समय पर दूर-दराज़ इलाक़ों में पीड़ित परिवारों तक पहुँच सकी। इस अवसर पर स्टेपिंग स्टोन्स ट्रस्ट के प्रतिनिधि मोहम्मद शादाब ने कहा
“पंजाब की धरती ने हमें भाईचारे और इंसानियत का सबक सिखाया। हमारी कोशिश रही कि न सिर्फ राहत सामग्री पहुँचाई जाए, बल्कि उन परिवारों के दुख और दर्द में भी शरीक हुआ जाए। यह सेवा सिर्फ एक फर्ज़ नहीं, बल्कि इंसानियत के प्रति हमारी जिम्मेदारी है।”
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कांधला की पहचान : गंगा-जमुनी तहज़ीब और सेवा भावना
कांधला कस्बा हमेशा से हिन्दू–मुस्लिम एकता और गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल रहा है। यहाँ की धरती ने भाईचारे और इंसानियत का पैग़ाम दिया है। यही वजह है कि कांधला की संस्था स्टेपिंग स्टोन्स ट्रस्ट भी इंसानियत और सेवा को अपना धर्म मानते हुए, पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की मदद में आगे आई।