
भारतीय सेना की जांबाज कार्रवाई पर हिंदू-मुस्लिम एकता का जश्न: कांधला में मिठाई और तिरंगे से खुशी का इजहार!
आतंकवादियों के ठिकाने ध्वस्त होने पर हिंदू-मुसलमानों ने साथ मनाई खुशी, कांधला में दिखाई दी सद्भाव की मिसाल!
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर देशभर में ख़ुशी का माहौल, कांधला में हिंदू-मुस्लिम समुदाय ने एक साथ बांटी मिठाई!
कांधला (शामली)। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता पर पूरा देश जश्न में डूबा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के कांधला कस्बे में हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एकजुट होकर आतिशबाजी की और मिठाई बांटकर सेना की बहादुरी को सलाम किया। समाजसेवी नवनीत गोयल और मदरसा जामिया अरबिया कासिमुल उलूम के नायब मोहतमिम मौलाना सैयद मजहरूल हुदा सहित सैकड़ों लोगों ने इस ऐतिहासिक कार्रवाई पर खुशी जताई।
ऑपरेशन सिंदूर ने बढ़ाया देश का मान:
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठने लगी थी। इसी के मद्देनजर भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इस ऑपरेशन में कुख्यात आतंकवादी अजहर मसूद के परिवार के 14 सदस्य भी मारे गए। सेना की इस सटीक कार्रवाई ने न केवल देशवासियों को राहत दी, बल्कि राष्ट्रीय एकता का भी संदेश दिया।
साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल:
कांधला के मोहल्ला खेल स्थित मदरसा जामिया अरबिया कासिमुल उलूम की मस्जिद में मौलाना हुदा के नेतृत्व में लोगों ने तिरंगा लहराकर सेना का आभार जताया। मौलाना ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। सेना की यह कार्रवाई देश की सुरक्षा के प्रति समर्पण का प्रतीक है। वहीं, समाजसेवी नवनीत गोयल ने कस्बे के विभिन्न इलाकों में युवाओं के साथ मिठाई बांटते हुए कहा कि यह दिन भारत की एकता और सेना के जज्बे को समर्पित है।
कस्बे के बाजारों, चौराहों और धार्मिक स्थलों पर लोगों ने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाए। कई युवाओं ने सोशल मीडिया पर सेना के जवानों के समर्थन में वीडियो वायरल किए। स्थानीय दुकानदार अशफाक अहमद ने कहा कि जब देश सुरक्षित होगा, तभी समाज खुशहाल होगा। हम सभी भारतीय हैं और आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़े हैं।
इस अवसर पर पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए, ताकि उत्सव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके। निस्संदेह, कांधला की यह तस्वीर देश की सांस्कृतिक विविधता और राष्ट्रीय एकजुटता को एक बार फिर रेखांकित करती है।
भारतीय सेना की इस ऐतिहासिक सफलता ने न केवल आतंकवाद को करारा जवाब दिया है, बल्कि यह साबित किया है कि देश की सुरक्षा और अखंडता के सामने सभी भेदभाव धराशायी हो जाते हैं। कांधला का यह जश्न देशभर में “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को मजबूती देता है।