
वैश्विक अरबपतियों की संख्या में ऐतिहासिक उछाल, पहली बार 3,000 के पार
एलन मस्क $342 बिलियन के साथ फोर्ब्स लिस्ट में टॉप पर, भारत तीसरे नंबर पर
ब्रूस स्प्रिंगस्टीन और अर्नोल्ड श्वार्जनेगर समेत 288 नए चेहरे शामिल
फोर्ब्स ग्लोबल बिलियनेयर्स लिस्ट 2025: जानें कौन हैं दुनिया के सबसे अमीर लोग
फोर्ब्स ने 2025 की वैश्विक अरबपतियों की सूची जारी की है, जिसमें इस बार 3,028 लोग शामिल हैं। यह पहली बार है जब यह संख्या 3,000 का आंकड़ा पार कर गई है। पिछले साल की तुलना में इस सूची में 247 नए नाम जुड़े हैं। टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के सह-संस्थापक एलन मस्क $342 बिलियन की संपत्ति के साथ सूची में शीर्ष पर रहे। उनके बाद मेटा के मार्क ज़करबर्ग और अमेज़न के जेफ बेजोस का नंबर है।
कुल संपत्ति में $2 ट्रिलियन का उछाल
इस साल अरबपतियों की कुल संपत्ति 16.1 ट्रिलियन दर्ज की गई, जो 2024 की तुलना में लगभग 16.1 ट्रिलियन दर्ज की गई, जो 2024 की तुलना में लगभग 2 ट्रिलियन अधिक है। इनमें से 50% से अधिक अरबपति अमेरिका, चीन (हांगकांग सहित) और भारत के नागरिक हैं। कुल 76 देशों और दो अर्ध-स्वायत्त क्षेत्रों को इस सूची में जगह मिली है, जिनमें अल्बानिया पहली बार शामिल हुआ है।
देशवार विवरण:
अमेरिका, चीन, भारत टॉप पर, अमेरिका: 902 अरबपति (रिकॉर्ड) चीन: 516 अरबपति (हांगकांग सहित) भारत: 205 अरबपति जर्मनी (171), रूस (140), कनाडा (76), इटली (74), हांगकांग (66), ब्राजील (56), और ब्रिटेन (55) अन्य प्रमुख देश हैं।
भारत का प्रदर्शन:
अंबानी और अडानी टॉप पर, भारत में मुकेश अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज) 92.5 बिलियन की संपत्ति के साथ शीर्ष पर रहे। उनकेबाद गौतमअडानी (74.5B), सावित्री जिंदल परिवार (36.4B), शिवनाडर (33.5B), दिलीप शंघवी (25.6B) और सायरस पूनावाला (22.6B) का स्थान है।
288 नए चेहरे अरबपतियों के बेड़े में आए, सेलिब्रिटीज भी शामिल
इस साल 288 नए अरबपति सूची में जुड़े हैं, जिनमें मशहूर हस्तियाँ भी शामिल हैं: ब्रूस स्प्रिंगस्टीन (रॉकस्टार): $1.2 बिलियन, अर्नोल्ड श्वार्जनेगर (अभिनेता): $1.1 बिलियन, जेरी सीनफेल्ड (कॉमेडियन): $1.1 बिलियन
सऊदी अरब की वापसी
2018 में सरकारी कार्रवाई के बाद फोर्ब्स ने सऊदी अरब के अरबपतियों को हटा दिया था। इस साल 15 सऊदी अरबपतियों को फिर से सूची में शामिल किया गया है।
फोर्ब्स बिलियनेयर्स लिस्ट का इतिहास
फोर्ब्स यह सूची 1987 से प्रकाशित कर रहा है। हर साल यह आर्थिक शक्ति और व्यापारिक प्रभाव का एक अहम बेंचमार्क बनता जा रहा है। इस साल की सूची में टेक्नोलॉजी, मनोरंजन, और ऊर्जा क्षेत्र के नेताओं का दबदबा रहा।
निष्कर्ष: वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी और तकनीकी नवाचार ने अरबपतियों की संख्या और संपत्ति दोनों को बढ़ावा दिया है। भारत जैसे उभरते बाजारों का प्रदर्शन भी उल्लेखनीय रहा।