मुठभेड़ अमृतसर

 

अमृतसर: मंदिर पर ग्रेनेड हमले का आरोपी मुठभेड़ में ढेर, एक फरार

अमृतसर। 17 मार्च। पंजाब के अमृतसर स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने वाले दो आरोपियों में से एक गुरसिदक उर्फ सिदकी को पुलिस ने सोमवार सुबह हुई मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उसका साथी विशाल उर्फ चुई अभी भी फरार है। यह घटना राजासांसी इलाके में घटी, जहां पुलिस ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया था।

मुठभेड़ का विवरण

सूत्रों के अनुसार, सीआईए और छेहर्टा पुलिस की संयुक्त टीमें आरोपियों की तलाश में सोमवार तड़के राजासांसी क्षेत्र पहुंचीं। जैसे ही पुलिस ने गुरसिदक और विशाल को घेरा, उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में गुरसिदक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के पास से एक पिस्तौल और कारतूस बरामद किए गए हैं।

हमले की पृष्ठभूमि

यह घटना बीते शुक्रवार रात की है, जब दो बाइक सवारों ने ठाकुरद्वारा मंदिर के बाहर हैंड-ग्रेनेड फेंका था। विस्फोट से मंदिर की दीवार को नुकसान पहुंचा, लेकिन जानहानि नहीं हुई। घटना के बाद पुलिस ने मोटरसाइकिल के सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सुरागों के आधार पर जांच शुरू की।

पुलिस की कार्रवाई

छेहर्टा थाना प्रभारी (एसएचओ) को हमले में इस्तेमाल हुई बाइक की जानकारी मिली, जिसके बाद सीआईए टीम ने गुरसिदक और विशाल के निशाने पर काम किया। पूछताछ में पता चला कि दोनों आरोपी पिछले कुछ दिनों से राजासांसी में छिपे हुए थे। इसी के चलते सोमवार को ऑपरेशन चलाया गया।

पुलिस ने बताया कि फरार विशाल की तलाश के लिए राज्य सीमाओं पर नाकेबंदी की गई है। उसके संपर्क में रहे संदिग्धों से पूछताछ भी चल रही है। अधिकारियों का मानना है कि यह हमला सुनियोजित था और आरोपियों के पीछे किसी बड़े आतंकी नेटवर्क का हाथ हो सकता है।

प्रतिक्रियाएं

मंदिर ट्रस्ट ने पुलिस कार्रवाई की सराहना करते हुए शेष आरोपी को जल्द पकड़े जाने की मांग की है। वहीं, पंजाब पुलिस ने जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।

आगे की कार्रवाई:

पुलिस मामले में आतंकवाद-विरोधी धाराओं के तहत केस दर्ज करने पर विचार कर रही है। गुरसिदक के शव का पोस्टमॉर्टम करने के बाद उसे परिवार को सौंप दिया जाएगा।

 

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