
एएसपी ओपी सिंह ने “मिशन शक्ति” फेज 3 के संबंध में अन्य विभागों के साथ की समन्वय बैठक
शामली। जनपद के तेज़ तर्रार अपर पुलिस अधीक्षक नायक ओपी सिंह ने “मिशन शक्ति” फेज 3 के सम्बंध में अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक का आयोजन किया।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में महिलाओं के सम्मान, महिला सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और उत्थान के लिए जारी “मिशन शक्ति अभियान” के सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक नायक ओपी सिंह ने आज शाम जनपद पुलिस मुख्यालय में अन्य विभागों के प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ समन्वय बैठक बुलाई, बैठक में “मिशन शक्ति अभियान” फेज 3 के सम्बंध में चर्चा करते हुए एएसपी ओपी सिंह ने कहा कि समाज के सभी वर्ग की महिलाओं को सरकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करना है, और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभागों को मिलजुलकर प्रयास करना होगा,दरअसल सरकार की मंशा हर वर्ग की महिलाओं को योजनाओं से लाभान्वित कर उन्हें मजबूत बनाना है, इसे ध्यान में रखते हुए महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय बनाने की जिम्मेदारी महिला बीट सिपाही की होगी। इसमें संबंधित थानाध्यक्ष भी सहयोग करेंगे।
क्या है मिशन शक्ति अभियान
आपको बताता चलूं कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा राज्य की महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों और अत्याचारों को रोकने के लिए “मिशन शक्ति अभियान” की शुरुआत की गई थी। मिशन शक्ति अभियान के माध्यम से राज्य की महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सरकार द्वारा “मिशन शक्ति अभियान” के तहत महिलाओं को उनके हितों और अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए सरकार द्वारा योजना को तीन चरणों में शुरू किया गया जो इस प्रकार हैं
पहला चरण : स्कूल-कालेजों में 1090, 112, 1076, 108, 1098 आदि हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार किया जाना। कालेज के गेट के साथ ही प्रार्थना स्थल, कैंटीन, लाइब्रेरी आदि में इन नंबरों को चस्पा करना, ताकि छात्राओं को यह नंबर अच्छी तरह याद रहे और जरूरत पड़ने पर वे इनका बखूबी इस्तेमाल करें।
दूसरा चरण : गर्ल्स स्कूल्स, कालेजों में छात्राओं को आत्मरक्षा का गुर सिखाने के लिए कैंप लगाना। इसके साथ ही उनमें आत्मविश्वास का संचार करते हुए अलग-अगल क्षेत्रोंं में उपलब्ध करिअर आप्शन की पूरी जानकारी दिया जाना
तीसरा चरण : महिला लाभार्थियों को न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, बल्कि संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर उनका लाभ भी दिलाया जाएगा।
चौथा चरण : आमजन के बीच भी हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार कराया जाएगा। महिलाओं से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा।