विजिलेंस दर्पण समाचार पत्र संवाददाता शामली। रालोद कार्यकर्ताओं के शामली चीनी मिल के गेट पर दिए धरने के बाद जिला प्रशासन सख्त हो गया है। मंगलवार को बकाया गन्ना न करने पर तीनों मिलों के अफसरों को सात घंटे तक बंधक बनाए रखा। साथ ही शामली चीनी मिल के सयुंक्त प्रबंध निदेशक राहुल लाल को नोटिस जारी करके बुधवार को डीएम जसजीत कौर ने अपने कार्यालय में तलब किया है।
डीएम की अध्यक्षता में मंगलवार को कलक्ट्रेट में हुई गन्ना भुगतान समीक्षा बैठक में जिले की चीनी मिलों के अफसर ठोस कार्ययोजना नहीं रख पाए। बैठक में डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने डीएम को बताया कि पिछले 24 घंटों में गन्ना भुगतान की प्रगति नहीं हुई। आगामी भुगतान की कार्ययोजना भी नहीं दी गई। जिस पर डीएम नाराज हो गई। बकाया गन्ना भुगतान की समीक्षा करते हुए जिले के सभी चीनी मिलों को फटकार लगाते हुए सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक सभी चीनी मिलों के अफसरों को कलक्ट्रेट में बंधक बनाए रखा।बैठक में आगामी पेराई सत्र 2022-23 में देय गन्ना मूल्य के भुगतान नियमानुसार करने के लिए गत तीन वर्ष के कुल गन्ना मूल्य भुगतान के औसत का तीस प्रतिशत के बराबर सीसीएल का आवेदन बैंकों को प्रस्तुत करने निर्देश दिए। बैठक के बाद डीसीओ विजय बहादुर सिह ने बताया कि शामली चीनी मिल की वर्ष 2021-22 की स्थिति सबसे खराब होने के कारण शामली चीनी मिल के संयुक्त प्रबंध निदेशक राहुल लाल को नोटिस जारी करके डीएम ने बुधवार को अपने कार्यालय में बुलाया है। समीक्षा बैठक में एडीएम संतोष कुमार सिंह, डीसीओ विजय बहादुर सिंह, शामली चीनी मिल के वाइस प्रेसीडेंट प्रदीप कुमार, एजीएम केपी सरोहा, ऊन चीनी मिल यूनिट हेड अवनीश कुमार, जीएम गन्ना डॉ. कुलदीप पिलानिया, थानाभवन चीनी मिल के उपाध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव, एजीएम जितेंद्र राणा व सभी चीनी मिलों के एकाउंट हेड मौजूद रहे।