कैराना। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को यमुना नदी श्रद्धा और आस्था के रंगों से सराबोर नजर आई। हजारों श्रद्धालु यूपी और हरियाणा से यमुना किनारे पहुंचकर पुण्य स्नान में शामिल हुए। सुबह से ही नदी तटों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं। सूर्य उदय के साथ ही यमुना में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान के बाद विशेष पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
स्नान पर्व के साथ ही घाटों पर प्राचीन मंदिरों में पूजा, आरती और पितरों की शांति हेतु विशेष अनुष्ठान संपन्न हुए। श्रद्धालुओं में महिलाओं और बुजुर्गों के साथ युवाओं का उत्साह भी देखते ही बन रहा था। कार्तिक पूर्णिमा का यह पर्व क्षेत्र में श्रद्धा, सद्भाव और उल्लास का प्रतीक बन गया।
इसी अवसर पर यमुना तट पर विशाल मेले का भी आयोजन किया गया, जहां श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की। बच्चों के खिलौने, पूजन सामग्री, सजावटी वस्तुएं और खानपान की दुकानों पर विशेष रौनक देखने को मिली। प्रसाद वितरण और भजन-कीर्तन ने मेले के माहौल को और भी आध्यात्मिक बना दिया।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। एसडीएम निधि भारद्वाज, सीओ श्याम सिंह व प्रभा पटेल, तहसीलदार अर्जुन चौहान तथा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक समयपाल अत्री ने सुबह से ही यमुना तट पर डेरा डाल रखा था। स्थानीय पुलिस और पीएसी के जवानों के साथ गोताखोरों को भी संवेदनशील स्थलों पर तैनात किया गया। प्रशासन ने महिला श्रद्धालुओं के लिए चेंजिंग रूम की व्यवस्था कराई, वहीं जाम की स्थिति से बचाव हेतु यमुना ब्रिज चौकी के पास श्रद्धालुओं के वाहनों की विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक तत्परता के कारण यह धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक और श्रद्धा के वातावरण में संपन्न हुआ।