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मुजफ्फरनगर:- मुजफ्फरनगर के चौधरी चरण सिंह सभागार में शुक्रवार 7 जून को जिला प्रशासन द्वारा आधुनिक दुनिया के बदलते स्वरुप से शिक्षकों और विद्यार्थियों को जोड़ने के उद्देश्य से माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की डिजिटल लिट्रेसी, दीक्षा पोर्टल, स्वमं पोर्टल, आपदा प्रबंधन आदि विषयों पर कार्यशाला का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया की अध्यक्षता में किया गया।

कार्यशाला में राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 220 प्रधानाचार्यों व शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए सीडीओ संदीप भागिया ने कहा कि यदि हमे विकसित देशों की अग्रिम पंक्ति में पहुंचना है, तो हमारे विद्यार्थियों को माध्यमिक शिक्षा के साथ साथ ही कोडिंग डिकोडिंग को भी सीखना होगा। तब ही हम विकसित और विकासशील होने के बीच का अंतर कम कर पाएंगे, अन्यथा यह अंतर निरंतर बढ़ता ही जाएग उन्होंने सॉफ्टवेयर की दुनिया के अपने अनुभव को भी साझा किया। उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों से अपील की कि सभी अपने विद्यार्थियों को कोड योगी डिजिटल कार्यक्रम से जोड़ें।

डीआईओएस डॉ. धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हम सभी की दुनिया को बहुत सीमा तक बदल दिया है और आने वाले कुछ ही वर्षों में रोजगार के स्वरूप और भी बदलेंगे, शिक्षक भविष्य के वास्तुकार होते है, सभी शिक्षक अपने विद्यार्थियों को डिजिटल साक्षर बनने में मदद करें।

आईआईटी दिल्ली से शिक्षा प्राप्त कर कुछ सफल उद्यमियों द्वारा शुरू की गयी एक सामाजिक संस्था, कोड योगी के सीओओ राकेश सहगल ने कुछ आधुनिक आविष्कारों जैसे एआई, सेल्फ ड्राइविंग कारें, रोबोटिक्स इत्यादि के कुछ वीडियो दिखा कर बताया कि किस तरह तकनीकी हमारे समाज को बहुत तेज़ी से बदल रही है, और इनके चलते आने वाले समय में नौकरियों का स्वरुप भी बहुत तेज़ी से बदलेगा। उनकी संस्था द्वारा बनाये हिंदी में कोडिंग सीखने के कोर्स सीखकर बच्चे रोज़गार योग्य हो सकते हैं। यह प्रोग्राम पूर्णतया निःशुल्क है। वह इस कोर्स को देश के सभी शिक्षा विभागों तक ले जाना चाहते हैं।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रधानाचार्य डॉ विकास कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कक्षा 6 से विद्यार्थियों को कोडिंग डिकोडिंग सिखाने को निर्देशित किया गया है, कोड योगी से जुड़कर हमारे विद्यार्थी सरल भाषा में, अपने मोबाइल से ऑनलाइन ऑफलाइन क्लास से जुड़कर कुछ ही घंटो का कोर्स पूर्ण कर कोडिंग करना सीख पाएंगे।

उन्होंने दीक्षा पोर्टल, स्वमं पोर्टल की भी विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रधानाचार्य ललित मोहन गुप्ता, आशीष द्विवेदी, डॉ. रणबीर सिंह, संदीप कुमार कौशिक, भारत शर्मा, विजय शर्मा, राकेश कुमार,सोहन पाल, उमा रानी, कंचन प्रभा शुक्ला आदि का सहयोग रहा।

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