गाजियाबाद। पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट गाजियाबाद के निर्देशानुसार अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से दिनांक 04 दिसंबर 2025 को पुलिस कार्यालय गाजियाबाद में ग्रामीण जोन की क्राइम मीटिंग आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पुलिस आयुक्त महोदय ने की, जिसमें अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध/मुख्यालय, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था/यातायात, पुलिस उपायुक्त ग्रामीण जोन, सभी सर्किल के सहायक पुलिस आयुक्त तथा सभी थाना प्रभारी उपस्थित रहे।
मीटिंग का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करना, अपराध नियंत्रण की भावी रणनीतियों पर चर्चा करना तथा आगामी वर्ष 2026 के लिए अपराधों में उल्लेखनीय कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित करना था। पुलिस आयुक्त ने कमिश्नरेट गठन के तीन वर्षों के दौरान दर्ज अपराधों की विस्तृत समीक्षा की और स्पष्ट किया कि आने वाले वर्ष में अपराध दर को पिछले वर्षों की तुलना में काफी हद तक कम किया जाएगा।
बैठक में पुलिस अधिकारियों को कई अहम दिशा-निर्देश दिए गए। पुलिस आयुक्त ने निर्देशित किया कि वाहन चोरी, लूट, छिनैती, महिलाओं से सम्बंधित अपराधों एवं अन्य संज्ञेय अपराधों में ठोस कार्ययोजना के तहत प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित किया जाए। चिन्हित हॉट-स्पॉट्स और अपराध संभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर लगातार गश्त की जाए।
साथ ही संगठित अपराधों, गैंगस्टर गिरोहों और असामाजिक तत्वों पर सख्त निगरानी रखने व आवश्यकतानुसार गैंगस्टर एक्ट सहित कठोर धाराओं में कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। सम्पत्ति सम्बन्धी अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु विशेष सतर्कता एवं सीसीटीवी कवरेज बढ़ाने पर बल दिया गया।
महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों, बाजारों व कार्यस्थलों के आसपास पुलिस उपस्थिति बढ़ाने तथा महिला हेल्पलाइन नंबरों के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए। यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू करने और नशे में वाहन चलाने वालों पर निरंतर कार्यवाही करने पर जोर दिया गया।
पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिए कि प्रत्येक वादी संवाद दिवस पर थाना स्तर पर वादियों को उनके अभियोगों की प्रगति से अवगत कराया जाए और उनके मामले का प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। सभी विवेचकों, बीट एसआई और बीट पुलिस अधिकारियों को इस प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाने के आदेश दिए गए।
साथ ही सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने और अफवाह फैलाने या साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर त्वरित कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। बैठक के अंत में पुलिस आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि पुलिस की प्राथमिकता जनता में सुरक्षा और विश्वास की भावना को और मजबूत करना है, जिसके लिए प्रत्येक अधिकारी को जिम्मेदारीपूर्वक फील्ड में रहकर सतत मॉनिटरिंग करनी होगी।