ग़ाज़ियाबाद। थाना मोदीनगर पुलिस ने हत्या की गंभीर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी अंकित गुप्ता पुत्र राकेश गुप्ता, निवासी मोदीपोन रोड थाना मोदीनगर, गाजियाबाद (उम्र करीब 35 वर्ष) को पुलिस हिरासत में लिया है।
दिनांक 04 दिसंबर 2025 को वादी श्री देवेंद्र सोनी निवासी मैन मार्केट, गोविंदपुरी, थाना मोदीनगर द्वारा थाने पर दी गई तहरीर में बताया गया कि आरोपी ने उनकी दुकान में घुसकर उनके पिता श्री गिरधारी लाल सोनी की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी तथा उनके भाई पर भी जानलेवा हमला किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना मोदीनगर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अभियोग को धारा 109(1)/103(1) भारतीय न्याय संहिता (बी.एन.एस.) के अंतर्गत पंजीकृत किया। मौके पर पहुंची फील्ड यूनिट ने घटना में प्रयुक्त दो चाकू (एक बड़ा, एक छोटा), एक दाब, एक कैंची और मिर्च पाउडर बरामद किया। बरामदगी के आधार पर मुकदमे में धारा 4/25 शस्त्र अधिनियम की वृद्धि की गई।
अभियुक्त की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पूछताछ के दौरान आरोपी अंकित गुप्ता ने बताया कि उसने आईएमआर कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई की है। पढ़ाई के बाद वह कई कंपनियों में कार्य कर चुका है, लेकिन कुछ समय से वह बीनोमो एप पर ट्रेडिंग करता था, जिसमें उसे भारी आर्थिक नुकसान हुआ और करीब 50 लाख रुपये का कर्ज चढ़ गया। कर्ज से परेशान होकर उसने अपना सुचेतापुरी स्थित घर बेच दिया, फिर भी ऋण न उतरने पर उसने कई बैंकों से लोन भी ले रखा था।
कर्ज़ चुकाने की मजबूरी में उसने लूट की साजिश रची। आरोपी ने बताया कि उसने 3 दिसंबर 2025 को ब्लिंकिट ऐप के माध्यम से दो चाकू, कैंची व मिर्च पाउडर मंगाए और अगले दिन सुबह करीब 8 बजे गिरधारी लाल एंड सन्स ज्वेलर्स की दुकान पर पहुंचा। वहां उसने गिरधारी लाल की आंख में मिर्च पाउडर डालकर चाकू से हमला कर दिया। आरोपी ने खुलासा किया कि ऐसी वारदात करने का तरीका उसने टीवी शो ‘क्राइम पेट्रोल’ देखकर सीखा था।
हमला करने के बाद आरोपी मौके से भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन दुकानदारों और आसपास की भीड़ ने उसे पकड़ लिया। हाथापाई के दौरान आरोपी को भी चोटें आईं।
हिरासत में लेने वाली पुलिस टीम
थाना मोदीनगर पुलिस की तत्पर कार्रवाई से आरोपी को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। क्षेत्राधिकारी के निर्देशन में पुलिस टीम ने पूरे प्रकरण का खुलासा किया और बरामदगी सूची तैयार की। फिलहाल, आगे की वैधानिक कार्रवाई प्रचलित है और आरोपी के अन्य आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है।