कैराना। प्रशासन ने गुरुवार को गैंगस्टर एक्ट के आरोपी इनाम उर्फ धुरी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब छह करोड़ रुपये की अवैध चल-अचल संपत्ति कुर्क कर ली। गैंगस्टर की संपत्ति जब्ती की इस कार्यवाही से अपराध जगत और स्थानीय क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
आज गुरुवार को मेरठ जोन और डीआईजी सहारनपुर रेंज के निर्देशन में, पुलिस अधीक्षक शामली नरेन्द्र प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई एएसपी सुमित शुक्ला, एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज, तहसीलदार अर्जुन चौहान, सीओ कैराना हेमंत कुमार तथा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक समयपाल अत्री एवं कांधला इंस्पेक्टर सतीश कुमार के नेतृत्व में की गई। कार्रवाई के दौरान पुलिस बल की भारी तैनाती रही।
प्रशासन द्वारा कुर्क की गई संपत्तियों में मोहल्ला आर्यपुरी स्थित 158.91 वर्ग मीटर का आवासीय भवन, मोहल्ला आलकलां वार्ड संख्या 11 में 128 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्मित आठ दुकानें, झाड़खेड़ी रोड, गुलशन नगर स्थित 240.28 वर्ग मीटर का प्लॉट, तथा गैंगस्टर की पत्नी के एचडीएफसी बैंक खाते में जमा 9,15,731 रुपये शामिल हैं। प्रशासन ने कुर्क संपत्तियों पर “सरकारी संपत्ति” होने के बोर्ड लगाकर कब्जा दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, इनाम उर्फ धुरी मुकील काला गैंग का सक्रिय सदस्य है। उसके विरुद्ध जनपद शामली सहित अन्य जनपदों में हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, बलवा, गैंगस्टर एक्ट सहित 41 मुकदमे दर्ज हैं। इनाम कोतवाली कैराना का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है और वर्तमान में मुजफ्फरनगर जेल में बंद है। बताया गया कि उसने अपराध से अर्जित धन से बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्तियां खरीदी थीं, जिन पर अब प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है।
एएसपी सुमित शुक्ला ने बताया कि जिले में अन्य अपराधियों और माफियाओं की भी अवैध संपत्तियों की पहचान और कुर्की की प्रक्रिया जारी है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसी कार्यवाही निरंतर की जाएगी।
दूसरी ओर, गैंगस्टर की पत्नी विनी चौधरी, जो नगर पालिका परिषद कैराना के वार्ड संख्या 28 की निर्वाचित सभासद हैं, ने प्रशासन की कार्रवाई को “आधारहीन” बताया है। उन्होंने कहा कि मोहल्ला आर्यपुरी स्थित मकान वर्ष 2013 में उनकी मां ने उन्हें खरीदकर दिलाया था और संबंधित बैनामे के दस्तावेज उनके पास उपलब्ध हैं। वहीं, मोहल्ला आलकलां की आठ दुकानें उनकी दाद-इलाही संपत्ति हैं, जिनके निर्माण में उन्होंने अपनी दो दुकानें बेचकर कुछ पैसे लगाए और शेष राशि बैंक में जमा की थी।
प्रशासनिक कार्यवाही को कोर्ट में चुनौती देंगी विनी चौधरी
विनी चौधरी ने कहा कि वह प्रशासनिक कार्यवाही को कोर्ट में चुनौती देंगी और न्यायिक स्तर पर अपनी संपत्ति की वैधता साबित करेंगी।