
कैराना। इस्सापुर खुरगान सहकारी समिति के उप-सभापति ने सचिव और कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और किसानों के शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी (DM) शामली अरविंद चौहान और सहकारिता विभाग के अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
मलकपुर गाँव स्थित बहुद्देश्यीय प्राथमिक सहकारी समिति (बी-पैक्स) के उप-सभापति तसव्वर अली ने आरोप लगाया है कि समिति के प्रबंध निदेशक और कर्मचारी आपसी सांठगांठ से बड़े पैमाने पर धांधली कर रहे हैं। उनके अनुसार:
खाते बदलवाने के नाम पर अवैध वसूली: सचिव द्वारा किसानों से खाता बदलवाने के बदले 2% अतिरिक्त राशि वसूली जा रही है।
यूरिया खाद पर अवैध शुल्क: क्षेत्र में यूरिया की कमी के बावजूद, किसानों से प्रति बैग 350 रुपये अतिरिक्त लिए जा रहे हैं।
बिना बैठक के फैसले: समिति के नियमों को दरकिनार कर बिना बोर्ड बैठक के प्रस्ताव पारित किए जा रहे हैं।
ऋण स्वीकृति में रिश्वत: किसानों को ऋण मंजूर कराने के लिए 2,000 से 3,000 रुपये तक का भुगतान करना पड़ता है। आरोप है कि सचिव ने इसके लिए वकीलों को नियुक्त कर रखा है, जो पैसे लेकर सचिव तक पहुँचाते हैं।
सचिव ने आरोपों को खारिज किया
समिति के सचिव ने इन आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि यह उनके खिलाफ एक साजिश हो सकती है। हालाँकि, उप-सभापति ने मांग की है कि इस मामले की तत्काल जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
शिकायती पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय, DM शामली और सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा गया है। अब देखना है कि प्रशासन इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाता है और क्या किसानों को न्याय मिल पाएगा।