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हिमाचल के पहाड़ों में बरसे पानी ने पंजाब व हरियाणा में दिखाया क्रूर रूप

घग्गर नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर हरियाणा,राजस्थान ने साझा अभियान चलाया

 

सिरसा। 11 जुलाई।  हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में बरसा पानी पंजाब के पटियाला व हरियाणा के अम्बाला में क्रूर रूप दिखाने के बाद घग्गर नदी में कैथल,फतेहाबाद से सिरसा की ओर निंरतर बढ़ता ही जा रहा है। राज्य सरकार हालातों पर पैनी नजर गड़ाए हुए है।
कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने मंगलवार को जाखल,टोहाना,रतिया फतेहाबाद तक नदी व नहरों के विभिन्न पुलों व तटबंधों का जायजा लिया।
वहीं हरियाणा व राजस्थान के सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सिरसा से राजस्थान के हनुमानगढ़ तक घग्गर नदी पर साझा अभियान चलाया। सिंचाई विभाग ने पंजाब सीमा से राजस्थान सीमा तक घग्गर नदी को आठ सेक्टरों में बांटकर अधिकारियों की तैनाती की है।
सिंचाई विभाग के सिरसा के अधीक्षण अभियंता आत्मा राम,अधिशाषी अभियंता घग्गर डिवीजन अजय हुड्डा हनुमानगढ़ से सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर अमरजीत सिंह सहित अन्य अधिकारियों की देखरेख में घग्गर नदी पर ओटू में बनी झील व राजस्थान सीमा के इंदिरा गांधी नहर के नीचे बने साइफन से पोक मशीन व जेसीबी से जलखुम्बी निकालने का कार्य युद्धस्तर पर चलाया गया। इंदिरा गांधी नहर के साइफन से मात्र 16 हजार क्यूसिक पानी का बहाव ही निकल सकता है,ऐसे में ओटू से राजस्थान सीमा तक जलभराव का अंदेशा बना हुआ है। कोई 920 एकड़ में बनी ओटू झील की जल क्षमता को बढ़ाने के लिए जलखुम्बी व अन्य गाद को निकाला जा रहा है,इस झील की क्षमता 46 हजार क्यूसिक की है। वहीं दूसरी ओर आज बरसाती पानी का बहाव आना शुरू हो गया है,कल शाम तक यहां काफी मात्रा में पानी पहुंचने का अनुमान है। जिला प्रशासन के अधिकारी व गावों के लोग घग्गर नदी के तटबंधों पर अभी से निगरानी में जुट गए हैं। सिंचाई विभाग ने संभावित बाढ़ के खतरा को भापंते हुए तीन लाख 60 हजार थैले मंगवाएं हैं जिन्हें घग्गर नदी के तटबंधों पर जगह-जगह मिट्टी से भरकर रखा जाएगा।
मंगलवार दोपहर बाद गुहला चीका हैड पर 62 हजार 422 क्यूसिक पानी आंका गया वहीं चांदपुर पर 96 सौ क्यूसिक,सरदूलगढ़ पुल पर 44 सौ क्यूसिक जबकि ओटू हैड पर 800 क्यूसिक पानी बह रहा है। ज्यों -ज्यों घग्गर नदी में जलस्तर का बहाव सिरसा की ओर बढ़ रहा है त्यों-त्यों किनारे बसे 54 गांवों के लोगों व किसानों के साथ-साथ प्रशासनिक व सिंचाई विभाग के अधिकारियों की धड़कने बढ़ रही हैं। वहीं घग्गर नदी से करीब पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित सिरसा का वायुसेना केंद्र देश के अहम वायुसेना केंद्रों में से एक है,इसलिए नेजाडेला व खेरेकां गांवों के पास तटबंधों पर सेना की भी पैनी नजर है।
उधर,कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग विभाग द्वारा जारी रिर्पोट के अनुसार पश्चिमी हरियाणा के सिरसा,फतेहाबाद,जींद,भिवानी, व चरखी दादरी जिलों में 14 जुलाई तक हल्की बारिश या बूंदाबांदी के बाद 15 जुलाई से मानसून की सक्रियता के बढऩे से बारिश की संभावना बनी हुई है। उधर,सिंचाई विभाग के अधिकारी सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रबंधक मंडल के संपर्क में भी हैं,क्योंकि जब-जब घग्गर नदी में बाढ़ आई है,डेरा के सेवादारों ने जान पर खेलकर टूटे तटबंधों पर काबू पाया है।

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