दिल्ली। दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने राजधानी में बढ़ते ऑनलाइन आर्थिक अपराधों और डिजिटल ठगी के खिलाफ एक व्यापक विशेष अभियान “CyHawk” चलाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। यह कार्रवाई साइबर अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने और ऑनलाइन वित्तीय फ्रोड के माध्यम से अवैध रूप से अर्जित धन के प्रवाह को रोकने के उद्देश्य से की गई।
पुलिस के अनुसार, अभियान के दौरान 4,467 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए राउंड-अप किया गया। जांच और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर 877 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया या बाउंड-डाउन किया गया। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन पर वित्तीय खाता म्यूलिंग या फ्रॉड नेटवर्क से जुड़ाव के आरोप लगे हैं।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 509 व्यक्तियों को नई वैधानिक व्यवस्था “भारतीय न्याय संहिता की धारा 35” के तहत नोटिस जारी किए गए हैं। ये सभी वे लोग हैं जिनके बैंक खातों में बैकवर्ड फिनांशियल लिंक पाए गए हैं, यानी ठगी की रकम उनके खातों से होकर गुज़री है।
साइबर अपराध से संबंधित 360 नई एफआईआर दर्ज की गईं, जबकि 160 लंबित मामलों में भी अभियुक्तों की पहचान और गिरफ्तारियां हुईं। पुलिस ने बताया कि अब तक 3,777 NCRP (राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल) शिकायतों का विश्लेषण कर कई संदिग्ध मोबाइल नंबरों और खातों की पहचान की गई है।
इस व्यापक अभियान के दौरान, देशभर से NCRP पर दर्ज शिकायतों से जुड़ी करीब 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के लेन-देन का खुलासा हुआ है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराध के नेटवर्क को खत्म करने के लिए अन्य राज्यों की एजेंसियों के साथ भी समन्वय जारी है।