जयदेवीनगर में घटना, लोग बोले-लोहे का दरवाजा न होता तो बच जाते श्रीपाल, लपटों में घिरे होमगार्ड को बचाने दौड़े लोग
मेरठ:- रविवार तड़के आग की लपटों में होमगार्ड का मकान घिर गया तो पूरे मोहल्ले में जाग हो गई। आसपास के लोग उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़े। तमाम लोग आग बुझाने के प्रयास में जुट गए। जयदेवीनगर गली नंबर छह निवासी होमगार्ड श्रीपाल के मकान के सामने रहने वाली यशोदा ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने श्रीपाल को आग की लपटों में घिरा देखा।
लपटों में घिरे श्रीपाल बार बार दरवाजा खोलने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें बचाने के लिए 20 से ज्यादा लोग लोहे के कमरे व खिड़की को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। काफी देर तक लोहे के खिड़की-दरवाजे नहीं टूटे। इस बीच आग में झुलसे श्रीपाल गिर पड़े। कुछ ही मिनट में वह लपटों में पूरी तरह घिर गए। यशोदा ने बताया कि मकान में लोहे के दरवाजे-खिड़की न होती तो वह बच जाते। वह काफी देर तक खिड़की पर बाहर निकलने के लिए चीखते रहे, लेकिन वह बच नहीं सके। सिलेंडर फटने के बाद ही लोहे का दरवाजा टूटा। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
अंगीठी में सुलग रही आग ने ली होमगार्ड की जान: होमगार्ड श्रीपाल के घर के सामने रहने वाली यशोदा व विनीता ने बताया कि शनिवार को श्रीपाल का परिवार नोएडा रिश्तेदारी में किसी बीमार व्यक्ति को देखने गया हुआ था। घर पर श्रीपाल अकेले थे। उन्होंने शनिवार देर रात 1.30 बजे तक घर के सामने अंगीठी जलाकर आग सेकी। फिर वह मकान की बैठक में सोने चले गए। अंगीठी को उन्होंने अपने कमरे में रख लिया।