उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 8 नवंबर को कैराना पहुंचे. यहां वह ऐसे कुछ परिवारों से मिले ‘जो पलायन करने के बाद वापस लौटे हैं.’
”2017 के बाद अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सरकार ने जो कार्रवाई की थी उसके परिणामस्वरूप इस कस्बे में शांति आई, बहुत सारे परिवार वापस आए हैं.”
”2017 में जब मैं यहां आया था, तब यहां के लोगों ने मांग की थी कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां की चौकी के सुदृढ़ीकरण और यहां पर पीएसी की एक बटालियन की स्थापना हो, चौकी के सुदृढ़ीकरण की कार्यवाही पहले ही हो चुकी है, पीएसी की बटालियन की स्थापना की कार्यवाही के लिए स्वयं मैं यहां आया हूं.”
”कुछ उन परिवारों के साथ भी मैंने संवाद किया है, जो पिछली सरकारों के राजनीति के अपराधीकरण का शिकार हुए थे, उसमें से ज्यादातर परिवार वापस आ चुके हैं. हमारी सरकार ने यहां के हर एक परिवार को आश्वस्त किया है कि सरकार की अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति आगे भी जारी रहेगी.”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”मेरा यह दायित्व बनता है कि हर पीड़ित से मैं मिलूं, पीड़ित अगर हिंदू है तो उससे मिलना गुनाह नहीं है, मैं इसलिए उन पीड़ितों से मिलने के लिए आया हूं, जिन्हें पिछली सरकार के समय में प्रताड़ित करके पेशेवर अपराधियों ने यहां से पलायन करने के लिए मजबूर कर दिया था. बीजेपी सरकार की अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति से ही पलायन कर चुके परिवारों की वापसी संभव हो पाई है.”
उन्होंने कहा, ”पिछली समाजवादी पार्टी सरकार के समय जिन परिवारों को क्षति पहुंचाई गई थी, जिन परिवार के सदस्यों की निर्मम हत्या हुई थी, मैंने जिला प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी है, उसमें से बहुत सारे दोषियों पर कार्रवाई हो चुकी है.” सीएम योगी ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों को मुआवजा भी देगी.