उत्तराखंड के कोटद्वार सीमा से सटे नजीबाबाद के सीमांत गांव मोटाढाक में देर रात करीब दो बजे एक हाथी ने उत्पात मचाया। एक बाग की रखवाली कर रहे चौकीदार तेजपाल सिंह ने हाथी को खदेड़ने का प्रयास किया, तो हाथी कुछ दूर तक चौकीदार के पीछे दौड़ा।
चौकीदार ने छिपकर जान बचाई।
पूर्व सैनिक के घर के बाहर जमा रहा हाथी
कौड़िया वन रेंज के जंगल से निकलकर हाथी पूर्व सैनिक सरत सिंह नेगी के घर के बाहर काफी देर तक डेरा जमाए रहा। सरत सिंह के घर पर उनकी पत्नी, दो पुत्रवधू और पौत्र मौजूद थे। हाथी को खिड़की से देखकर उनकी सांसें अटकी रहीं। सरत सिंह का कहना है कि उनकी एक हलचल जान-माल का काफी नुकसान करा सकती थी। वे एक दम शांत रहे। कुछ देर रुकने के बाद घर की चाहरदीवारी ढहाकर हाथी आबादी के बीच मुख्य सड़क पर आ गया।
आम के चार पेड़ गिराए
हाथी ने अनिल ज़खमोला के आम के बाग में उत्पात मचाते हुए आम के चार पेड़ गिरा दिए। जिससे बाग स्वामी को काफी नुकसान हुआ।
आबादी के बीच से गुजरा हाथी
हाथी दिनेश नौटियाल, अनिल ज़खमोला, सुरेंद्र जखमोला, सतीश जदली आदि ग्रामीणों के घरों के पास से होता हुआ जंगल में चला गया। क्षेत्रवासियों में दहशत व्याप्त है।