इस्कूल मर्जी हे या असली अधिकारी करें जाँच
रिपोर्ट सादिक सिद्दीक़ी 08077559391
बिना मान्यता खुली शिक्षा की दुकान, शासनिक अधिकारियों का नहीं कोई ध्यान
लाउडस्पीकर लगाकर लोगों के मन में फर्जी छवि बनाने की चल रही कोशिश, जिससे जनता यह सोचे कि यह विद्यालय सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। जी हां लेकिन ऐसा नहीं है, यह विद्यालय एक दम फर्जी है और बिना सरकारी दस्तावेजों के चल रहा है। और लाउडस्पीकर में प्रार्थना करा कर लोगों के मन को बहलाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे भ्रष्ट विद्यालय संचालक पर जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाए, ऐसा जनता का मानना है।
_शामली/ कांधला:-_
_भले ही शिक्षा आयोग जिले की बुनियादी शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए गंभीर हो, लेकिन शिक्षा विभाग के अफसर जिम्मेदारियों से किनारा कर रहे हैं। कस्बे में बिना मान्यता वाली शिक्षा की दुकानें अफसरों की मेहरबानी से फल-फूल रहीं हैं। बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसर इन बिना मान्यता वाले विद्यालयों पर शिकंजा कसने को तैयार नहीं हैंj।_
_वहीं जनता से चर्चा के बाद जनता ने उठाया सवाल आखिर कियों नहीं चल रही अफसरों की कलम से गोली और क़ियो बन्द नहीं हो रही ये फर्जी शिक्षा की आंख मिचौली_
_दरअसल मामला जनपद शामली के कांधला कस्बे कै सलेमपुर मार्ग पर स्थित बिना मान्यता वाले गुमनाम शिक्षा के अड्डे का है। जहा सरकार की बिना अनुमति कै चलाये जा रहे, इस स्कूल पर_
_गुमनामी के साए में हो रहा बच्चों का भविष्य बर्बाद, लेकिन फिर भी नहीं हो रही कोई जांच जनता पूछे आखिर क्यों?_
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और शिक्षक अभिभावकों के पास जाकर उनसे सवाल पूछेगा कि कहीं उनका बच्चा फर्जी स्कूल में तो नहीं पढ़ रहा है।
जानकारी न होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला इन स्कूलों में करा देते हैं। फर्जी स्कूल में नामांकन होने के कारण परिषदीय स्कूलों में बच्चे नहीं पहुंच पाते हैं।