उत्तर प्रदेश मुज़फ़्फ़रनगर

UP चुनाव: मुजफ्फरनगर में ओवैसी बोले- ‘दंगों के जख्म को याद दिलाने आया हूं’

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तपिश बढ़ चुकी है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लगातार अलग-अलग इलाकों में रैलियां कर रहे हैं. AIMIM चीफ ओवैसी ने बुधवार, 27 अक्टूबर को पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर में चुनावी रैली संबोधित की.

रैली में AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर में मुसलमानों की आबादी तकरीबन 40% है और उन 40% लोगों के लिए सिर्फ चार कम्युनिटी हेल्थ सेंटर हैं. उन्होंने दावा किया कि जौनपुर में मुसलमानों की आबादी 10% है तो वहां 22 कम्युनिटी हेल्थ सेंटर हैं.

ओवैसी बोले- ‘बाबा लंबी-लंबी छोड़ते हैं’

ओवैसी ने कहा, “मुजफ्फरनगर में डेवलपमेंट का कोई काम नहीं हुआ और लखनऊ में बैठकर बाबा बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. बाबा लंबी-लंबी छोड़ते हैं कि हम किसी मजहब के साथ अन्याय नहीं करते.” ओवैसी के इस बयान को सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमले के तौर पर देखा जा रहा है.

मुजफ्फरनगर दंगों पर ओवैसी ने कहीं ये बातें

    • ‘एसपी की सरकार में 70 मुसलमान विधायक जीतकर के आए, इतने विधायक मुसलमान थे तो मुजफ्फरनगर का कांड कैसे हुआ?’
    • ‘ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जिन पार्टियों से वह जीतकर आए थे उन पार्टियों ने मुसलमान विधायक को कमजोर बना दिया.’
    • ‘आपको डराया जाता है कि अगर मुसलमान नेता बनेगा तो फिरका परस्ती करेगा.’
    • ‘मेरठ का फसाद हुआ, हाशिमपुरा हुआ, मलियाना हुआ और मुजफ्फरनगर हुआ. उत्तर प्रदेश के मुसलमानों को क्या मिला.’
    • ‘कई लोगों ने मुझे बोला कि मुजफ्फरनगर के फसाद का जिक्र मत करना, भड़काऊ भाषण मत देना. जख्म को याद रखना पड़ेगा और मैं इस जख्म को याद दिलाने आया हूं.’

    ओवैसी ने कहा, “मुजफ्फरनगर का फसाद हुआ. सीएम योगी ने 70 मामलों को वापस ले लिया. उनके एक एमएलए विक्रम सैनी को कोर्ट ने बरी कर दिया, तो क्या सरकार का काम नहीं है कि उनके खिलाफ अपील की जाए, लेकिन बीजेपी की सरकार उसके खिलाफ अपील नहीं करती.”

    जाट मतदाताओं को लेकर ओवैसी ने कही ये बात

    • ‘लोकसभा चुनावों में 90% जाट भाइयों ने बीजेपी को वोट दिया…अजीत सिंह को जाटों ने ही हराया.’
    • ‘जाटों ने अपनों को छोड़ दिया तुम कब तक उनके पीछे पड़े रहोगे. क्या उत्तर प्रदेश के मुसलमान उस रिवायती सियासत को छोड़ेंगे कि नहीं छोड़ेंगे.’

    इसके अलावा ओवैसी ने कहा,

    “कब तक समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बीएसपी के मुकद्दर के फैसले हम करते रहेंगे. हम बीजेपी को रोकेंगे, लेकिन बीजेपी को रोकने का मतलब यह नहीं है कि हम इनकी गुलामी करते रहें. ये बोलेंगे कि मुजफ्फरनगर में अगर वोट डिवाइड हो गया तो बीजेपी जीत जाएगी. जब 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में आप ने बीजेपी को वोट नहीं दिया तो कैसे बीजेपी जीत गई. 2017 और 2019 के चुनाव में मजलिस नहीं लड़ी तो बीजेपी कैसे जीत गई.”

    भारत-पाकिस्तान के बीच हुए हालिया क्रिकेट मैच पर ओवैसी ने दी अपनी प्रतिक्रिया

    • ‘भारत-पाकिस्तान के बीच मैच हुआ और जब हिंदुस्तान मैच हार गया तो किस पर इल्जाम लगाया गया मैच को हराने का. 11 खिलाड़ी टीम में थे तो फिरका परस्ती बढ़ाने के लिए शमी पर जिम्मेदारी डाली गई.’
    • ‘हमारे पड़ोसी मुल्क का एक मिनिस्टर है जो पागल है और उसने कहा कि पाकिस्तान जीता तो इस्लाम की जीत हो गई. अरे इस्लाम को क्रिकेट मैच से क्या करना है. अल्लाह का शुक्र है कि हमारे बुजुर्ग वहां नहीं गए, क्योंकि हमें इन पागलों को बर्दाश्त करना पड़ता.’
    • ‘पाकिस्तान में तुम मलेरिया की दवा नहीं बना सकते हो, एक मोटरसाइकिल का टायर नहीं बना सकते हो. इसीलिए भारत से पंगा मत लो यह हमारे घर का मामला है. ना हमारा पाकिस्तान से कभी मतलब रहा है ना कभी रहेगा.’
    असदुद्दीन ओवैसी, फाइल फोटो.

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