कुरान जलाए जाने को लेकर तालिबान ने स्वीडन से की माफ़ी की मांग
काबुल। 11 जुलाई। तालिबान ने स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में कुरान चलाए जाने के विरोध में हुए प्रदर्शन के बाद अफगानिस्तान में उसकी (स्वीडन) गतिविधियों को निलंबित कर दिया है।
अफगानिस्तान की सांस्कृतिक समिति के प्रवक्ता ने कहा, “स्वीडन में पवित्र कुरान को जलाए जाने तथा मुसलमानों के विश्वास को ठेस पहुंचाए जाने के बाद इस्लामिक अमीरात ने जब तक इस स्वीडन की ओर से घृणित कृत्य के लिए माफी नहीं मांगी जाती है, तब तक अफगानिस्तान में उसकी गतिविधियां निलंबित रहेंगी।” उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार ने अन्य मुस्लिम देशों से स्वीडन के साथ सहयोग करने के मुद्दे पर पुनर्विचार करने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि ईद अल आधा के पहले दिन यानी 28 जून को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में मुख्य मस्जिद के बाहर प्रदर्शन हुआ था, जहां पर पवित्र कुरान को जलाया गया था। इसी तरह का प्रदर्शन स्वीडन में जनवरी में भी हुआ था। उस समय प्रदर्शन राजनेता रासमस पालुदान द्वारा तुर्की के दूतावास के सामने मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ कुरान को जलाए जाने के विरोध में हुआ था।
कुरान का अपमान करने और जलाने की घटना का अल्जीरिया, अफगानिस्तान, मिस्र, इंडोनेशिया, लेबनान, रूस, सीरिया, तुर्की और उज्बेकिस्तान के साथ-साथ अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घीत और खाड़ी सहयोग परिषद के प्रमुख जसेम मोहम्मद अल्बुदैवी ने निंदा की थी।