राष्ट्रीय

साईबर ठगी के 01 आरोपी को एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड ने गाजियाबाद से किया गिरफ्तार

          उत्तराखण्ड न्यूज़: – मु0स0सं0 15/2021 धारा 420, 467, 468, 471, 120बी IPC व 66(D) IT Act. थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड, देहरादून से सम्बन्धित 13 लाख 54 हजार रुपये की साईबर ठगी के 01 आरोपी को एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड ने गाजियाबाद से किया गिरफ्तार ।
आये दिन साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिये अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है । इसी प्रकार के एक मामले में साइबर ठगों द्वारा श्री राजेन्द्र कुमार निवासी इन्दर रोड, डालनवाला देहरादून के साथ उनकी पुरानी बन्द बीमा पॉलिसियों को रिवाइज कराये जाने के नाम पर अलग अलग किस्तो में कुल 13 लाख 54 हजार रुपये की धोखाधड़ी करने की घटना को अंजाम दिया गया । जिस पर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून में अभियोग पंजीकृत किया गया ।
          चूंकि, साईबर अपराधी द्वारा इस घटना को पेशेवर तरीके से करते हुये धनराशि की ठगी की गयी थी । जिसके फलस्वरुप उच्चाधिकारियो के आदेश से विवेचना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र, रुद्रपुर को स्थानान्तरित हुयी । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा मामले की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुये डा0 पूर्णिमा गर्ग, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 / साईबर के पर्यवेक्षण में अभियोग की विवेचना ललित मोहन जोशी प्रभारी निरीक्षक साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र के सुपुर्द कर टीम गठित की गयी।
          दौराने विवेचना गठित साईबर पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर जिससे वादी मुकदमा को मैसेज व कॉल की जाती थी,फर्जी आई0डी0 पर आवंटित होने पाये गये । अभियोग में वादी मुकदमा से धोखाधड़ी से जो धनराशि आन्ध्रा बैंक व आई0डी0बी0आई0 बैंक खातो में प्राप्त की गयी विवेचना से उक्त खाते में अंकित पते दिल्ली राज्य से सम्बन्धित पाये गये । अभियुक्तों के बैंक स्टेटमैन्ट का गहराई से अवलोकन करने पर पाया गया कि साईबर ठगों द्वारा वादी से धोखाधड़ी कर ठगी गयी धनराशि को अन्यत्र बैंक खातो में स्थानान्तरित किया गया है ।
          घटना में प्रयुक्त बैंक खातों व मोबाईल नम्बरों के तकनीकी विश्लेषण हेतु टेलीकॉम कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण के पश्चात पता तस्दीक व पतारसी सुरागरसी साक्ष्य संकलन हेतु पुलिस टीम को दिल्ली, एनसीआर, उ0प्र0 आदि स्थानों पररवाना किया गया । तस्दीक / सत्यापन कार्यवाही में मोबाईल नम्बर व बैंक खातो में अंकित पते फर्जी पाये गये । पुलिस टीम द्वारा तकनीकी विश्लेषण व तस्दीक कार्यवाही में प्राप्त हुये अहम सुरागों को कार्यवाही करते हुये विकसित किया गया तो जानकारी हुयी कि घटना से सम्बन्धित एक अभियुक्त धीरज शर्मा पुत्र रविन्दर शर्मा निवासी 31 ए साउथ अनारकली एक्सटेंशन, गली न0 9, कृष्णा नगर, थाना जगतपुरी, ईस्ट दिल्ली, थाना Economic Offence Wing New Delhi से सम्बन्धित 03 करोड़ रुपये की बीमा पालिसी को Renewal कराने के मामले में (एफआईआर नम्बर 44/2018) में दिल्ली में तिहाड़ जेल जा चुका है ।
          पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये उक्त अभियुक्त को माह अक्टूबर, 2021 में दिल्ली से पूर्व में गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत मे जेल भेजा गया था । परन्तु, उस समय घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त विशाल उर्फ विशाल भटनागर पुत्र स्व0 नानक चंद साईबर पुलिस के हाथ नही आ सका था । अभियुक्त विशाल उर्फ विशाल भटनागर अलग अलग जगह पर अपनी पहचान छुपा कर रह रहा था तथा थोड़े थोड़े समय अन्तराल पर अपना पता बदल रहा था ।
          साईबर पुलिस टीम द्वारा आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुये अपराधी पर लगातार नजर रख रही थी । इसी बीच पुलिस को अभियुक्त विशाल उर्फ विशाल भटनागर के दिल्ली तथा गाजियाबाद उ0प्र0 के कुछ नये ठिकानों की जानकारी हाथ लगी । जिस पर तत्काल एक पुलिस टीम को अभियुक्त की तलाश व गिरफ्तारी हेतु दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्यों को रवाना किया गया । पुलिस टीम द्वारा खोज खबर करते हुये काफी मेहनत व लगन से अभियुक्त का पता लगाते हुये दिनांक 28-03-2022 को स्थानीय पुलिस टीम के सहयोग से मुख्य अभियुक्त अभियुक्त विशाल उर्फ विशाल भटनागर निवासी म0न0 11, ¼ गली न0 35, ब्लाक एच, वेस्ट करावल नगर, नई दिल्ली हाल किराये का पता C/O रचना भटनागर R/O ई-194, बीसफुटा रोड़, नियर अर्जुन क्लीनिंग, खोया वाली बिल्डिंग, वेस्ट करावल नगर थाना खजूरी खास, दिल्ली को प्रेम नगर, कोतवाली लोनी, जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया । तलाशी में अभियुक्त के कब्जे से एक मोबाईल फोन भी बरामद हुआ है । अभियुक्त को माननीय न्यायालय पेश किया जा रहा है ।
अपराध करने का तरीका-
          अभियुक्तगण विशाल उर्फ विशाल भटनागर सह अभियुक्त धीरज शर्मा के साथ मिलकर लोगों को फोन कर स्वयं को एचडीएफसी बीमा पालिसी का प्रतिनिधि बताकर बीमा पॉलिसी को रिवाइज करने अथवा बीमा पॉलिसी पर अधिक बोनस देने आदि का लालच देकर धनऱाशि की ठगी करते थे । इस कार्य हेतु अभियुक्तगणों ने विभिन्न बैंको में फर्जी पते पर कई बैंक खाते खुलवाये गये थे । अभियुक्तगण पूर्व में इंश्योरेंश पॉलिसी के फील्ड में काम कर चुके थे, इसलिये इन्हें इसकी अच्छी जानकारी थी । जब भी कोई पीड़ित इन साईबर ठगों के चंगुल में फंसकर बैंक खाते में धनराशि जमा कराता था, तो अभियुक्तगण इस ठगी गयी धनराशि को तुरन्त ही अपने दूसरे बैंक खातों में ट्रांसफर कर देते थे तथा बाद में स्थानान्तरित धनराशि को चैक तथा एटीएम कार्ड आदि के माध्यम से निकाल कर धनलाभ प्राप्त करते थे । अभियुक्तगण लोगों को फोन कर बीमा पॉलिसी के झांसे में फंसाने के लिये मोबाईल नम्बर की सीरिज के नम्बरों पर फोन कॉल करते थे तथा कॉल डेटा सेन्टर से भी लोगों का डेटा प्राप्त कर लोगों को फोन करते थे । इस कार्य के लिये अभियुक्तगण फर्जी नाम पते पर जारी प्री-एक्टिवेट मोबाईल सिम कार्ड का प्रयोग करते थे । चूंकि, अभियुक्त बैंकों में फर्जी पतों पर खाता खुलवाते थे । एक बार किसी व्यक्ति के इनके जाल में फंस जाने पर ये अभियुक्तगण अपना पता बदल देते थे तथा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बरों के तोड़ कर फेक देते थे । जिससे कि इसने पकड़े जाने का सम्भावना कम हो जाती थी । अब तक अभियुक्तों के विभिन्न बैंकों में खुलवाये गये 10-12 बैंक खातों की जानकारी पुलिस टीम को हुयी है । साईबर पुलिस टीम इन बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर अन्य राज्यों की पुलिस से सम्पर्क कर इन खातों में आयी धनराशि की डिटेल प्राप्त कर रही है ।
गिरफ्तार अभियुक्त-
(1) विशाल उर्फ विशाल भटनागर निवासी म0न0 11, ¼ गली न0 35, ब्लाक एच, वेस्ट करावल नगर, नई दिल्ली हाल किराये का पता C/O रचना भटनागर R/O ई-194, बीसफुटा रोड़, नियर अर्जुन क्लीनिंग, खोया वाली बिल्डिंग, वेस्ट करावल नगर थाना खजूरी खास, दिल्ली।
पुलिस टीम-
1- निरीक्षक श्री ललित मोहन जोशी
2- ASI सत्येन्द्र गंगोला
3- आरक्षी मोहम्मद उस्मान
4- आरक्षी रवि बोरा
5- आरक्षी नवीन कुमार
          प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि वे लॉटरी, बीमा पॉलिसी, उपहार, डिस्काउन्ट/बोनस व निवेश आदि के नाम पर मोटा मुनाफा देने वाले व्यक्तयों / विज्ञापनों के प्रलोभन में न आये । हमेशा अधिकृत बैंकों, संस्थानों / कम्पनियों से ही वित्तीय लेनेदेन करें । सोशल मीडिया के इस्तेमाल में सावधानी बरतें, किसी भी अंजान व्यक्ति / महिला की रिक्वेस्ट स्वीकार न करें ।भारी मात्रा में विदेशी धनराशि के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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