उत्तर प्रदेश सहारनपुर

सेप्टिक टैंकों से डी-स्लज खाली करने की बड़ी योजना शुरु

योजना शुरु होने के साथ ही सहारनपुर टू स्टार रेटिंग का हुआ दावेदार
सहारनपुर। सहारनपुर नगरायुक्त द्वारा सरकारी कार्यालयों, सरकारी अस्पतालों, सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों व काशीराम कॉलोनियों के सेप्टिंक टैंकों से अधिसूचित तरीके से डी स्लज खाली कर नवनिर्मित को-ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने के लिए ‘सेप्टिंक टैंक संस्थागत अधिसूचित डी स्लज प्लान’ की आज नगर निगम द्वारा शुरुआत की गयी। आईसीसीसी से इस योजना की मॉनीटरिंग की जायेगी। इस योजना के शुरु होने के साथ ही ‘इज़ ऑफ सैप्टिक मैनेजमेंट’ हेतु की जा रही शहरों की स्टार रेंटिंग के लिए सहारनपुर टू स्टार रेटिंग का दावेदार हो गया है।
पेपर मिल रोड स्थित काशीराम कॉलोनी के सेप्टिंक टैक को डी स्लज मशीन द्वारा खाली करने के साथ ही आज इस योजना का शुभारंभ नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज के निर्देशन में किया गया। मल्हीपुर रोड स्थित यमुना एक्शन प्लांट परिसर में नवनिर्मित 25 केएलडी का को-ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया है। यह प्लांट नगर निगम को हैंड ओवर किया जा चुका है, लेकिन इसका संचालन जल निगम द्वारा किया जा रहा है।
सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्लांट में इसकी क्षमता 25 केएलडी है यानि इसमें 25 हजार लीटर सेप्टेज पहुंचाने का कार्य 60 प्रतिशत नगर निगम द्वारा तथा 40 प्रतिशत प्राइवेट ऑपरेटरों द्वारा किया जायेगा। अभी शहर में दस प्राइवेट ऑपरेटर अधिकृत रुप से कार्य कर रहे हैं जिन्हें नगर निगम द्वारा लाइसेंस दिया गया है।
योजना की जानकारी देते हुए नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज ने बताया कि इस योजना को लॉच करने का उद्देश्य स्लज को नाले नालियों में न बहाकर उसका ट्रीटमेंट प्लांट पर पहुंचाकर वैज्ञानिक विधि से निस्तारण करना है। निगम द्वारा 54 सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों, दो काशीराम कॉलोनियों, समस्त राजकीय कार्यालयों, राजकीय स्कूलों और सभी राजकीय अस्पतालों के सेप्टिक टैंकों से डि-स्लज खाली करने के लिए एक रोस्टर बनाया गया है।
रोस्टर के अनुसार इन सेप्टिंक टैंकों को खाली कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि निगम द्वारा आठ डी स्लज मशीनों द्वारा सेप्टिंक टैंक खाली करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आईसीसीसी से इस योजना की मॉनीटरिंग की जायेगी। सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक तीन साल में हर व्यक्ति को अपना सेप्टिंक टैंक खाली कराना अनिवार्य है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नियमानुसार अपना सेप्टिंक टैंक प्रत्येक तीन साल बाद खाली करायें।
इस योजना के क्रियान्वयन की जानकारी के लिए आज दिल्ली से सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट के हर्ष यादव भी सहारनपुर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस योजना के शुरु होने के साथ ही भारत सरकार द्वारा ‘‘इज़ ऑफ सैप्टिक मैनेजमेंट’’ हेतु की जा रही शहरों की स्टार रेंटिंग में सहारनपुर नगर निगम टू स्टार के लिए दावेदार हो गया है।
काशीराम कॉलोनी में शुरु की गयी उक्त योजना लॉच किये जाने के अवसर पर नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज के अलावा सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट के हर्ष यादव, जेडएसओ राजीव चौधरी व मुख्य सफाई निरीक्षक इंद्रपाल, सफाई निरीक्षक सुधाकर व पार्षद राजकुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।

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