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चर्चित लिपिक के द्वारा पालिका में हंगामा करने के मामले मे क्लीन चिट देने की तैयारी

रिपोर्टर सादिक सिद्दीकी

 

 

 

कांधला। हंगामा करने के मामले में पालिकाध्यक्ष ने किसी कर्मचारी के द्वारा कोई शिकायत ना मिलने की बात कहते हुए लिपिक को क्लीन चिट देने की तैयारी कर ली है।

कांधला नगर पालिका में निलम्बित चर्चित लिपिक अकरम अंसारी के द्वारा उपस्थिति रजिस्ट्रर में अपना नाम ना देखकर पालिका में हंगामा करने के मामले में पालिकाध्यक्ष ने किसी कर्मचारी के द्वारा कोई शिकायत ना मिलने की बात कहते हुए लिपिक को क्लीन चिट देने की तैयारी कर ली है। वही अधिकाशी अधिकारी मामले में जांच करने की बात कह रहे है।

शनिवार को नगर पालिका परिषद कांधला में नवम्बर 23 में रिश्वत लेने के मामले में एंटी करप्शन की टीम ने नगर पालिका लिपिक अकरम अंसारी को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। जिसके बाद टीम ने उसे कोर्ट में पेश करते हुए जेल भेज दिया था। अगस्त 24 में कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। जिसके बाद से निलम्बित लिपिक अकरम अंसारी अपनी नौकरी पाने के लिए प्रयासरत है, वही दूसरी और नगर पालिका से निलम्बित चल रहे लिपिक अकरम अंसारी का नाम नववर्ष में उपस्थिति रजिस्ट्रर को बदलते समय हटा दिया गया था। शनिवार को अकरम अंसारी के नगर पालिका में पहुंच कर वहां मौके पर रखे दस्तावेज के साथ छेडछाड करते हुए उपस्थिति रजिस्टर में अपना नाम ना देखकर भडक गया था तथा मौके पर मौजूद लिपिक व अन्य कर्मचारियों के साथ अभद्रता करते हुए जमकर हंगामा किया था। इस दौरान निलम्बित लिपिक नगर पालिका में कुर्सी पर बैठा हुआ नजर आ रहा था, जिसकी बाकी सभी कर्मचारी मौके पर चुपचाप खडे थे। जो प्रकरण नगर में चर्चा का विषय बन गया था। मामले को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष नजमुल इस्लाम का कहना है कि नगर पालिका के किसी भी कर्मचारी के द्वारा निलम्बित लिपिक के द्वारा अभद्रता करने की कोई भी शिकायत नही की गई है। ना ही निलम्बित चल रहे लिपिक अकरम अंसारी के द्वारा नगर पालिका के दस्तावेजों के साथ छेडछाड करने का कोई साक्ष्य मिला है। अगर कोई शिकायत प्राप्त होती तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। मामले को लेकर अधिकाशी अधिकारी सुरेश कुमार का कहना है कि उन्हें प्रकरण की सूचना शनिवार को मिली थी, किन्तु किसी भी कर्मचारी के द्वारा उन्हें लिखित में शिकायत नही की गई है। अकरम अंसारी अभी निलम्बित चल रहे है, निलम्बित कर्मचारी को इस प्रकार नगर पालिका में पहुंचकर कुर्सी पर बैठकर तांडव मचाने का कोई अधिकार नही है, निलम्बित लिपिक क्या इस प्रकार का कृत्य करने का अधिकार किसी के पास नही है। अभी मामले की जांच चल रही है, अगर पूरे प्रकरण में जांच के बाद अभद्रता करने या तांडव करने का कोई भी मामला सामने आता है या कोई भी कर्मचारी शिकायत करता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। वही नगर पालिका के दस्तावेजों के साथ छेडछाड के मामले में अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार का कहना है कि नगर पालिका के दस्तावेजों के साथ छेडछाड का जहां तक मामला है इसमें गलती नगर पालिका के कर्मचारियों की है। अगर निलम्बित कर्मचारी ने नगर पालिका में आकर दस्तावेजों के साथ छेडछाड की है तो मौके पर मौजूद कर्मचारियों को उसे रोकना चाहिए था। कर्मचारियों को उसे अपनी कुर्सी पर बैठने से रोकना चाहिए था। अगर वह जबरदस्ती कर रहा था तो कर्मचारियों को उसकी सूचना मुझे देनी चाहिए थी। मामला मेरे संज्ञान में है, मैं मामले की जांच कर रहा हूॅ अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। अगर जांच के दौरान घटना की पुष्टि होती है तो वह इसमें कठोर कार्यवाही अमल में लायेगें।

पालिका कर्मचारियों के साथ अभद्रता का इनाम जल्द ही

नगर पालिका कर्मचारियों के साथ निलम्बित कर्मचारी के द्वारा अभद्रता करने के मामले में नगर पालिका अध्यक्ष नजमुल इस्लाम ने उसे बहाल कर इनाम देने की तैयारी कर ली है। जब पालिका अध्यक्ष से निलम्बित कर्मचारी के बहाल होने के बारे में पता किया गया तो उन्होंने बताया कि निलम्बित कर्मचारी अकरम अंसारी का बहाली का रास्ता साफ है, जांच अधिकारी के द्वारा उनको अपने विवेक के आधार पर निर्णय लेने के लिए कहा गया है। सभी कार्यवाही लगभग पूर्ण है, जल्द ही निलम्बित कर्मचारी अकरम अंसारी को बहाल कर दिया जायेगा। नगर में चर्चा है कि नगर पालिका से निलम्बित कर्मचारी अकरम अंसारी अपने रसूख के चलते दो बार निलम्बित होने के बाद एक बार फिर से पालिका अध्यक्ष नजमुल इस्लाम की कृपा का पात्र बनने वाला हैं, तथा पालिका अध्यक्ष जल्द ही उसकी बहाली कर नगर पालिका कर्मचारियों के साथ की गई अभद्रता का इनाम देगें

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