जन्म से थायराइड की समस्या होने से बच्चे में पीलिया,कब्ज,नाभि का हर्निया हो सकता है लंबे समय तक यदि इलाज ना मिले तो बच्चे का दिमागी विकास रुक सकता है।
सहारनपुर। आई0एमoए0 सभागार में इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक के सेमिनार में बोलते हुए देहरादून से आये पीडियाट्रिक एंडोक्राईनोलोजिस्ट डॉ आशीष सेठी ने बताया कि जन्म के समय सभी नवजात शिशुओं में थायराइड बीमारी की जांच आवश्यक है चाहे माँ में थायराइड की बीमारी है या नही है। जन्म के समय गर्भनाल के खून से या फिर जन्म के तीसरे दिन शिशु की एडी के ब्लड स्पॉट से ये जांच की जानी चाहिये यदि जांच में बीमारी का पता चलता है तो तुरंत ही इलाज शुरू कर देना चाहिए जिससे बच्चे को अनेको समस्याओं से बचाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त डॉ आशीष सेठी ने बच्चों में डायबिटीज टाइप वन और मोटापे की नवीनतम जांच और इलाज की जानकारी शहर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स को दी।
इस अवसर पर पीडियाट्रिक अकेडमी के अध्यक्ष डॉ रविकान्त निरंकारी ने बताया कि जन्म से थायराइड की समस्या होने से बच्चे में पीलिया,कब्ज,नाभि का हर्निया हो सकता है लंबे समय तक यदि इलाज ना मिले तो बच्चे का दिमागी विकास रुक सकता है।
जन्मजात थाइराइड का इलाज बहुत ही सस्ता है और समय से इलाज मिलने से दूरगामी परिणामो से बचा जा सकता है इसलिए जांच जरूर करवाएं। वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ डी के तिवारी ने आईएपी लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा करते हुए बताया कि इस वर्ष यह अवार्ड सहारनपुर में पिछले 45 सालों से बच्चों का इलाज कर रहे डॉ आर के गोयल और डॉ एस एम गुप्ता को दिया जा रहा है। दोनों ही चिकित्सक शहर के सबसे पहले बाल रोग विशेषज्ञ रहे है।आईएपी की और से अनेको सामाजिक कार्यो में योगदान देने के लिए डॉ विक्रम सिंह पुंडीर, डॉ स्वर्णजीत सिंह,डॉ विवेक बनर्जी,डॉ अरुण अनेजा के लिए आईएपी सोशल अचीवमेंट अवार्ड की घोषणा की गयी।
सचिव डॉ रिक्की चौधरी ने सभी को अकेडमी के सामाजिक कार्यो की जानकारी दी मुख्य अथिति आईएमए अध्यक्ष डॉ कलीम अहमद ने पीडियाट्रिक अकेडमी के कार्यो की सराहना की एवम सभी आवर्ड विजेताओं को आगे भी अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित किया।इस अवसर पर डॉ संजय यादव,डॉ पुनीत खुराना,डॉ डी के गुप्ता,डॉ अरशद खान,डॉ मनदीप सिंह,डॉ गुनिता मेहता,डॉ अभिलाषा,डॉ सुशील शर्मा,डॉ आर एस पंवार,डॉ दीपक बंसल,डॉ हिमांशु कुमार,डॉ अनुज सैनी,डॉ सफल कुमार,डॉ अरिष्ट जैन,डॉ वरुण पालीवाल,डॉ अंकित जैन,डॉ विनोद पुंडीर आदि चिकित्सक उपस्थित रहे।