उत्तर प्रदेश सहारनपुर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर याद किए गए स्वामी दयानंद व पं विश्वंभर सिंह के योगदान

शिवमय हुए मोक्षायतन में सहारनपुर वासी
सहारनपुर। विश्व के अग्रणी योग संस्थान मोक्षायतन में महाशिवरात्रि पर्व योगगुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण के सान्निध्य और पंडित सुनील शर्मा के आचार्यत्व में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पार्थिव शिवलिंग पर रूद्राभिषेक करके मनाया गया। लीक से हटकर इस अनूठे आयोजन मे किसी को मुख्य अतिथि न बनाकर आयोजन के प्रथम आगंतुक स्वयं योगीराज भगवान शिव की मौजूदगी की झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में योग साधक, अधिकारी, शिक्षक, महिला, पुरुष, व्यापारी, उद्योगपति, पत्र प्रतिनिधि अपनी पहचान दरकिनार कर केवल श्रद्धालु भक्त के रूप में योग के प्रथम वक्ता भगवान के रुद्राभिषेक के पलों के साक्षी बने। घंटों तक मोक्षायतन प्रांगण वैदिक मंत्रोच्चार शंखध्वनि व हर हर बम बम से गूँजता रहा।
योग गुरू स्वामी भारत भूषण व गुरूमाता इष्ट शर्मा के साथ पूरे योगाश्रम साधकों अतिविशिष्ट विभूतियों फाउन्डेशन कोर्स कर रहे सभी योग साधक/साधिकाओ ने पवित्र आस्था व मनोयोग से शास्त्रानुगत विधि से रूद्राभिषेक व शिवाराधन किया। योग गुरु ने आज का दिन प्रदोष भी होने से शिव तांडव के पाठ का सुफल सहज में ही पा लेने का अनूठा अवसर बताया और साथ ही रात्रि में शांत निश्चित ध्यानावस्थित मन से महामृत्युंजय साधना की रूपरेखा बताते हुए कहा कि इस प्रकार अभिमंत्रित रुद्राक्ष रविवारीय यज्ञ में प्रसाद रूप में प्राप्त किए जा सकेंगे।
शाकंभरी विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक सिद्धार्थ त्रिपाठी ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वामी दयानंद बोधोत्सव व प्रथम राष्ट्रीय शिक्षक पं विश्वंभर सिंह स्मृतिदिवस की स्मृति को ताजा करते हुए मातृशक्ति को राष्ट्र व समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए दिए गए योगदान को श्रद्धा से याद किया। अधिशासी अभियंता के साथ वरिष्ठ योगसाधक आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि मूल शंकर से स्वामी दयानंद और महंत बिशंभर दास से जागृत होकर बिशंबर सिंह के रूपांतरण हो जाना महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की कृपा का ही प्रसाद रहा।
इन महान विभूतियों के आध्यात्मिकबल, समाज व राष्ट्र के प्रति सेवाभाव, निष्ठा और समर्पण आज हमारे लिए आदर्श हैं। अपना बचपन पंडित विश्वंभर सिंह के चरणों में बीतने को अपना सौभाग्य बताते हुए साधक संघ सचिव नंद किशोर शर्मा ने कहा कि उनके कारण ही सहारनपुर ने पंडित जी की स्मृति में नगर का सबसे विशाल और भव्य द्वार पूर्व राष्ट्रपति श्री कोविन्द के हाथों लोकार्पित होते देखने का गौरव पाया। कार्यक्रम संयोजकमंडल के योगाचार्या अनीता शर्मा, सीमा गुप्ता व प्रदीप कंबोज ने बताया कि शिवरात्रि के उपलक्ष में कल योग कार्यशाला का आयोजन रहेगा और त्रिदिवसीय कार्यक्रम का समापन १० मार्च को सर्वकल्याण यज्ञ के साथ होगा। शिवभक्तों के निरंतर आवागमन के बावजूद कई घंटों तक बड़ी तादाद में मौजूदगी लोगों में योग और योगीराज शिव के प्रति दीवानगी की अनूठी मिसाल बन गई।

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