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जानिए तिरंगे के तीनों रंग केसरिया, सफेद और हरा का मतलब और इसका जीवन से संबंध

जानिए तिरंगे के तीनों रंग केसरिया, सफेद और हरा का मतलब और इसका जीवन से संबंध

15 अगस्त का दिन हर किसी के लिए बेहद खास होता है क्योंकि इस दिन भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। साल 2023 में इस तारीख को 77वां स्वतंत्रता दिवस (77th Independence Day 2023) मनाएगा।
ये दिन उन स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है जिन्होंने भारत को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपना सबकुछ बलिदान कर दिया। इस दिन हर जगह तिरंगा झंडा फहराया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तिरंगा के तीन रंग केसरिया, सफेद और हरा का हमारे जीवन में महत्व क्या है और ये रंग क्या दर्शाते हैं।

तिरंगे में केसरिया रंग का मतलब

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केसरिया रंग शक्ति का प्रतीक है। जिसका सीधा संबंध सूर्यदेव से है। सूर्य को आत्मा, विश्वास और शक्ति का कारक माना जाता है। इसलिए केसरिया रंग आत्मनिर्भर रहने का संदेश देता है। वहीं केसरिया रंग का संबंध लोकतंत्र की मजबूती को भी दर्शाता है। इस रंग का संबंध गुरु ग्रह से भी माना जाता है। ज्योतिष में देवगुरु बृहस्पति धर्म और त्याग के प्रतीक माने जाते हैं।तिरंगे में सफेद रंग का मतलब

सफेद रंग शांति और सम्मान का प्रतीक माना गया है। जो चंद्रमा से संबंधित है। वहीं सफेद रंग शुक्र ग्रह से भी संबंधित होता है। जो प्रेम, शांति, सौंदर्य, कला और भौतिकता का कारक ग्रह होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तिरंगे में सफेद रंग शांति और आपसी प्रेम बनाए रखने का संदेश देता है। साथ ही ये रंग रचनात्मक और कलात्मक क्षेत्रों में आगे बढ़ने का भी संदेश देता है।

तिरंगे में हरे रंग का मतलब

ज्योतिष अनुसार तिरंगे में मौजूद हरा रंग हरियाली और सुख-समृद्धि का प्रतीक है। इस रंग का संबंध बुध ग्रह से होता है। बुध ग्रह को बुद्धि, तकनीक, क्षमता, व्यापार आदि का कारक माना जाता है। ये रंग सफल राष्ट्र को दर्शाता है।

तिरंगे में नीले रंग का मतलब

तिरंगे के बीच में मौजूद नीले रंग का चक्र शनिदेव से संबंधित है। जिन्हें जनता का कारक माना जाता है। ये रंग जनता के सहयोग और हमेशा आगे बढ़ते रहने का संदेश देता है।

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