उत्तर प्रदेश कैराना

तटवर्ती बाशिंदों के लिए परेशानी पैदा कर सकता है यमुना का घटता-बढ़ता जलस्तर

तटवर्ती बाशिंदों के लिए परेशानी पैदा कर सकता है यमुना का घटता-बढ़ता जलस्तर

घटने के बाद आंशिक रूप से बढ़ा यमुना का जलस्तर

हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा में भी हुआ इजाफा

कैराना। कैराना क्षेत्र में यमुना नदी का जलस्तर घटने के बाद आंशिक रूप से बढ़ा है। हालांकि जलस्तर बढ़ने के बावजूद यमुना क्षेत्र में चेतावनी बिंदु से 70 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। वही, हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की मात्रा में भी वृद्धि हुई है। यमुना का घटता-बढ़ता जलस्तर प्रशासन व तटवर्ती बाशिंदों के माथे पर पेशानी के बल डाल रहा है।
विगत दिनों पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में हुई वर्षा के कारण हथिनीकुंड बैराज से यमुना में लगातार पानी छोड़ा गया था, जिसके चलते क्षेत्र में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया था। यमुना के पानी के दबाव से गांव सहपत से गुजर रहा तटबंध क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ तटवर्ती क्षेत्र की हजारों बीघा फसलें जलमग्न हो गई थी। फसलों में अभी भी यमुना का पानी भरा हुआ है। पानी के प्रभाव से किसानों की फसलें खराब होना शुरू हो गई है। विगत दिनों हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी की मात्रा में कमी आने पर क्षेत्र में यमुना के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई थी। शनिवार शाम चार बजे यमुना का जलस्तर घटकर 230.20 मीटर पर आ गया था। रविवार सुबह आठ बजे कैराना में यमुना का बहाव 230.18 मीटर दर्ज किया गया, लेकिन शाम चार बजे यमुना के जलस्तर में 12 सेंटीमीटर की आंशिक वृद्धि हुई। हालांकि यमुना अभी भी चेतावनी बिंदु से 70 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। यहां यमुना नदी के सूचकांक में चेतावनी बिंदु 231.00 मीटर तथा खतरे का निशान 231.50 मीटर पर निर्धारित है। रविवार को यमुना में छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा में भी वृद्धि हुई। शनिवार को हथिनीकुंड बैराज से यमुना में अधिकतम 43,168 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया गया था, जबकि रविवार प्रातः आठ बजे 39,462 क्यूसेक तथा शाम चार बजे 61,962 क्यूसेक पानी यमुना में डिस्चार्ज किया गया। यमुना का घटता-बढ़ता जलस्तर निचले इलाकों के लोगो के लिए फिर से मुसीबत खड़ी कर सकता है। ड्रेनेज विभाग के सहायक अभियंता राजेन्द्र सिंह ने बताया कि क्षेत्र में यमुना नदी का बहाव फिलहाल 230.30 मीटर पर है, जोकि चेतावनी बिंदु से 70 सेंटीमीटर नीचे है। रविवार को हथिनीकुंड बैराज से 61,962 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया। छोड़े गए पानी से यमुना के जलस्तर में थोड़ी वृद्धि होने की संभावना है, लेकिन इससे खतरे की कोई संभावना नही है।

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