मछलियां को बचाने के लिए श्रदालुओं द्वारा डाली गई दवाई
कैराना। देवी मंदिर तालाब में मछलियों को मरने से बचाने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा लगभग तीस लीटर दवाई डाली गई है। तालाब में आक्सीजन की कमी होने के साथ दूषित पानी के कारण मछलियां मरने का अनुमान लागया जारहा हैं।
नगर की धर्मनगरी में स्थित माता बाला सुंदरी देवी मंदिर के समीप तालाब है। समिति की ओर से मछलियां छोड़ी गई हैं। श्रद्धालु उनको आटा, ब्रेड आदि डालकर धर्म लाभ उठाते हैं। गत सोमवार को तालाब में सैकड़ों छोटी एवं बड़ी मछलियां मरी गई थीं। जिससे श्रद्धालुओं में रोष फैल गया था। वही तालाब की साफ सफाई की गई थी। नगर के समाजसेवी मोहन लाल आर्य व वरिष्ठ अधिवक्ता रवि वालिया ने चिकित्सक के परामर्श अनुसार तीस लीटर दवाई को तैयार कर तालाब में डाली गई। जिससे जीवित मछिलयों को लाभ प्राप्त होगा।
कैराना। देवी मंदिर तालाब में मछलियों को मरने से बचाने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा लगभग तीस लीटर दवाई डाली गई है। तालाब में आक्सीजन की कमी होने के साथ दूषित पानी के कारण मछलियां मरने का अनुमान लागया जारहा हैं।
नगर की धर्मनगरी में स्थित माता बाला सुंदरी देवी मंदिर के समीप तालाब है। समिति की ओर से मछलियां छोड़ी गई हैं। श्रद्धालु उनको आटा, ब्रेड आदि डालकर धर्म लाभ उठाते हैं। गत सोमवार को तालाब में सैकड़ों छोटी एवं बड़ी मछलियां मरी गई थीं। जिससे श्रद्धालुओं में रोष फैल गया था। वही तालाब की साफ सफाई की गई थी। नगर के समाजसेवी मोहन लाल आर्य व वरिष्ठ अधिवक्ता रवि वालिया ने चिकित्सक के परामर्श अनुसार तीस लीटर दवाई को तैयार कर तालाब में डाली गई। जिससे जीवित मछिलयों को लाभ प्राप्त होगा।