स्वास्थ्य सेवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जरुरत, इस दिशा में अथक प्रयास करते रहना होगा- बिरला
उदयपुर। 11 जुलाई। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वास्थ्य सेवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जरुरत बताते हुए चिकित्सकों का आह्वान किया है कि इसके लिए उन्हें समाज में अपनी भूमिका और योगदान के प्रति सचेत रहकर अथक प्रयास करते रहना चाहिए।
श्री बिरला आज यहां गीतांजलि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि एक डॉक्टर बनने के लिए आजीवन सीखने की आवश्यकता होती है क्योंकि उन्हें हर दिन नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता है और उन्होंने छात्रों को इस दिशा में योगदान देने का आग्रह भी किया।
उन्होंने विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण हो रहे छात्रों से आग्रह किया कि अभी उन्होंने बिना किसी पक्षपात के मानवता की सेवा की जो शपथ ली है, इसकी वे सदैव अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में चिकित्सा विज्ञान की डिग्री को बहुत सम्मान के साथ देखा जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक चिकित्सक के रूप में उन्हें समाज में अपनी भूमिका और योगदान के प्रति सचेत रहना चाहिए और जब तक स्वास्थ्य सेवाएँ समाज के अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंच जाती, तब तक उन्हें इस दिशा में अथक प्रयास करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर श्री बिरला ने छात्रों को उनकी शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए बधाई दी तथा शिक्षा और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में गीतांजलि विश्वविद्यालय, उदयपुर के योगदान के लिए सराहना की। उन्होंने छात्रों को बताया कि उदयपुर और मेवाड़ दोनों वीरता, स्वाभिमान और बलिदान के पर्याय हैं और इसी प्रकार छात्रों को भी अपने जीवन में अपने मूल्यों पर अडिग रहना चाहिए ।
श्री बिरला ने कहा कि आज विशेष रूप से दुनिया भर में कोविड-19 महामारी के संदर्भ में, यह पेशा और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान दुनिया ने देखा कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने निस्वार्थ भाव से सेवा करते हुए इस महामारी पर काबू पाने के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने कहा कि नए भारत में अनेक संभावनाएं और अवसर उपलब्ध हैं। यह युवाओं पर निर्भर करता है कि वे अपनी कड़ी मेहनत और नवाचार के माध्यम से इन संभावनाओं का उपयोग अपने विकास और राष्ट्र के विकास के लिए कैसे करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को युवाओं से बहुत उम्मीदें हैं और युवाओं के पास इन उम्मीदों को पूरा करने की क्षमता, ऊर्जा और उत्साह है।
श्री बिरला ने कहा कि यदि स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी विधेयक संसद या राज्य विधानसभा में पेश किया जाता है, तो युवाओं को इस बारे में अपने विचार व्यक्त करने चाहिए क्योंकि राष्ट्र को उनके ज्ञान और अनुभव से लाभ होगा।