रिमझिम बारिश में मकान की छत गिरी, मलबे में दबकर अंदर सोए हुए तीनों लोग गम्भीर रूप से घायल
कैराना। एक दिन पूर्व रुक-रुककर हुई बारिश से मजदूर के मकान की छत भर-भराकर गिर गई। छत के मलबे में दबने से एक किशोरी समेत तीन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। पीड़ितों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
कस्बे के मोहल्ला खैलकलां निकट रहमतुल्लाह मस्जिद निवासी अरशद मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। अरशद के पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह अपनी बूढ़ी माँ आमना तथा तेरह वर्षीय भांजी सबिया के साथ में परिवार के ही वसीक नामक व्यक्ति के मकान में रह रहे है। मकान की छत कच्ची है। अरशद अपनी माँ व भांजी के साथ रोजाना की भांति गुरुवार को भी मकान के अंदर सोया था। छत की मिट्टी ने दिनभर रुक-रुककर हुई बारिश के पानी को सोख लिया, जिससे छत पर मिट्टी का वजन बढ़ गया। शुक्रवार तड़के करीब चार बजे मकान की छत अचानक से भरभराकर नीचे गिर गई। छत के मलबे के नीचे दबकर मकान के अंदर सोए हुए तीनों लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। छत गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तथा मलबे में दबे तीनों घायलों को बाहर निकालकर उपचार हेतु सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर चिकित्सकों ने तीनों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। वही, छत के मलबे के नीचे दबकर हजारों रुपये का घरेलू सामान तहस-नहस हो गया। पीड़ितों ने प्रशासन से छत गिरने से हुए नुकसान का मुआवजे दिए जाने की मांग की है। उधर, एसडीएम निकिता शर्मा ने मामला संज्ञान में होने की बात कही है।