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लद्दाख के तुरतुक में सड़क हादसे में भारतीय सैनिकों की मौत हो गई,

Ladakh Indian Army Accident: लद्दाख के तुरतुक में सड़क हादसे में भारतीय सैनिकों की मौत हो गई, जबकि कई सैनिक घायल हुए हैं। इस हादसे में नरवल तहसील के बौसर गांव का वीर सपूत विनीत यादव भी शहीद हो गए। पेट्रोलिंग के दौरान सेना का वाहन गहरी खाई में गिरने से हादसा हुआ।

देश की सरहद की सुरक्षा में लगे कानपुर जिले के नरवल तहसील के बौसर गांव का एक बहादुर जवान की दुर्घटना में मौत हो गई। गुरुवार देर शाम सेना के एक अधिकारी के फोन से परिवार को सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। जवान के माता पिता हाल बेहाल हो उठे। शुक्रवार को पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा।

शनिवार शाम तक शहीद जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचने की उम्मीद है। नरवल तहसील के बौसर गांव निवासी रामेंद्र सिंह यादव साधारण किसान है। इनके दोनों बेटे सेना में तैनात है। बङे बेटे विनीत यादव की तैनाती लद्दाख के दुर्गम इलाके में ऊंचाई वाले पोस्ट में थी।

गुरुवार शाम सेना के एक अधिकारी ने पिता रामेंद्र सिंह को फोन कर गस्त के दौरान सेना का वाहन गहरी खाई में गिर जाने से बेटे विनीत के शहीद होने की खबर दी। शहादत की खबर मिलते ही घर में चीख पुकार मच गयी और पूरे गांव में मातम पसर गया। शहीद के पिता रामेंद्र यादव, मां चंपा देवी और पत्नी कल्पना हाल बेहाल हो गई।
सेना के वाहन से पैतृक गांव पहुंचा पार्थिव शरीर
शहीद के चाचा सुशील यादव ने बताया कि थाना महाराजपुर से मिली जानकारी के अनुसार विनीत का पार्थिव शरीर शनिवार अपराह्न 2:30 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेगा। इसके बाद सेना के वाहन से पार्थिव शरीर पैतृक गांव बौसर लाकर परिवार की इच्छा के अनुसार सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शहीद की पत्नी बेसुध, डेढ़ वर्षीय मासूम भी रोता रहा
बौसर निवासी शहीद विनीत यादव का विवाह वर्ष 2010 में फतेहपुर चौडगरा के गांव गहबराखेङा निवासी कल्पना यादव के साथ हुआ था। कल्पना को पति के शहीद होने की खबर शुक्रवार को दी गई। आनन फानन कल्पना परिजनों के साथ ससुराल बौसर पहुंची। इस दौरान कई बार बेसुध हो गश खाकर जमीन में गिरी।
शहीद विनीत का दूसरा भाई भी सेना में जवान
शहीद विनीत यादव का दूसरा भाई सचिन यादव भी सेना में है। सचिन की तैनाती जयपुर में है। परिजनों ने सचिन को बड़े भाई के शहीद होने की खबर गुरुवार शाम को ही दे दी। शुक्रवार शाम सचिन भी गांव पहुंच गए। विनीत ने वर्ष 2007-08 में लखनऊ के बूचड़ी ग्राउंड की भर्ती के दौरान लिखित और शारीरिक दक्षता पास कर सेना की नौकरी हासिल की थी।
शहीद के घर सांत्वना देने वालों की दिनभर जुटी रही भीड़
बौसर निवासी सेना के जवान विनीत यादव के शहादत की सूचना मिलते ही शुक्रवार दिनभर घर के आसपास सांत्वना देने के लिए महिलाओं और ग्रामीणों का तांता लगा रहा। आसपास गांवों के लोग भी सूचना मिलते ही शहीद के घर पहुंचते रहे।

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