उत्तर प्रदेश कैराना

रेत के ओवरलोडिड वाहनों के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए जगाया जाम

रेत के ओवरलोडिड वाहनों के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए जगाया जाम

ग्रामीणों ने खनन ठेकेदार पर रेत के ओवरलोड वाहनों से मार्ग को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाते हुए धूल से निजात दिलाने की मांग की

कैराना। मंडावर व नगलराई खनन पॉइंट से निकल रहे रेत के ओवरलोडिड डंपरों को गांव के मुख्य मार्ग से निकालने के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए जाम लगा दिया और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि खनन ठेकेदार दबंगता के बल पर रेत से भरे ओवरलोड वाहनों को बांध के रास्ते से न निकालकर गांव के मुख्य मार्ग से निकाल रहा है।

शनिवार की प्रात क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने मंडावर व नगलाराई खनन पॉइंट से निकलने वाले रेत से भरे ओवरलोड डंपर को गांव के मुख्य मार्ग से निकालने के विरोध में हंगाम प्रदर्शन करते हुए मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी भी की। पूर्व जिला पंचायत सदस्य अकरम चौहान का कहना है कि खनन ठेकेदार हठधर्मिता व दबंगता के चलते ग्रामीणों का शोषण कर रहे है।रेत से भरे ओवरलोडिड वाहनों को गांव के मुख्य मार्ग से निकालकर मार्ग को क्षतिग्रस्त कर रहा है। वहीं इन ओवरलोड वाहनों से उठने वाली धूल के कारण ग्रामीणों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है,जिससे गांव में सांस आदि के रोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हाल ही में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाए गए इस मार्ग को खनन ठेकेदार के ओवरलोड वाहन दोबारा फिर तोड़ने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व भी प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर रेत से भरे ओवरलोड वाहनों को गांव के मुख्य मार्ग से न निकलवाने की मांग की गई थी,जिस पर अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई। इससे पूर्व भी कई बार ग्रामीण मुख्य मार्ग को जाम कर हंगामा प्रदर्शन कर चुके हैं,लेकिन अधिकारियों की नींद नही खुली है। खनन ठेकेदार दबंगता के बल पर ग्रामीणों को दबाने का प्रयास कर रहे है और वाहनों को बांध से न निकाल गांव के मुख्य मार्ग से निकाल रहे है। इस दौरानफारूक,मुस्तकीम,तय्यब,अमजद,इमदादुल्ला, तसव्वर,मोहित सैनी सहित बडी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

जिलाधिकारी के आदेशों का नही हो रहा पालन

खनन ठेकेदारो के रूसूख के आगे स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी नतमस्तक नजर आ रहे हैं।मलकपुर के ग्रामीणों द्वारा पूर्व में भी मंडावर व नगलाराई खनन से निकलने वाले रेत से भरे ओवरलोड वाहनों को रोक कर जाम लगाया गया था,जिसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी जसजीत कौर ने रेत से भरे सभी वाहनों को बांध के रास्ते निकालने के आदेश जारी किए थे और उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई थी,कुर्सी बदलते ही खनन ठेकेदारो के तेवर भी बदल गए और उसने रेत से भरे ओवरलोड वाहनों को दोबारा फिर गांव के मुख्य मार्ग से निकालना शुरू कर दिए।

पूर्व में गड्ढे खोदकर मार्ग को किया गया था अवरुद्ध

ग्रामीणों की शिकायत पर तहसील प्रशासन ने जेसीबी मशीन से मार्ग को खोदकर खनन वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था,लेकिन सांठगांठ के इस खेल में दोबारा फिर खनन ठेकेदारो ने मिट्टी डलवाकर उसे बराबर करके वाहनों का संचालन शुरू कर दिया है,जिस पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई। पीड़ित ग्रामीणों द्वारा मुख्य मार्ग को जाम करने के बाद ही प्रशासन की नींद खुली और आनन फानन में एसडीएम कैराना निकिता शर्मा ग्रामीणों के बीच पहुंची और उन्हें समझा बुझाकर खनन वाहनों को गांव के मुख्य मार्ग से न निकलने के आश्वसन के बाद जाम खुलवाया।

दो दिन के अल्टीमेटम के बाद खुला जाम

रेत के ओवरलोड वाहनों के विरोध में ग्रामीणों द्वारा मुख्य मार्ग को जाम करने की सूचना मौके पर पहुंची एसडीएम कैराना निकिता शर्मा के आश्वसन के बाद ग्रामीणों ने दो दिन के अल्टीमेटम के बाद जाम खोल दिया। ग्रामीणों ने कहा कि अगर दो दिन में उनकी समस्याओं का समाधान न हुआ तो दोबारा मुख्य मार्ग को जाम करेंगे।

अरशद चौधरी
मुख्य सम्पादक - विजिलेंस मीडिया ग्रुप

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