दिन रात चलने वाले रेत के ओवरलोड वाहनों की मार से यमुना बांध हुआ क्षतिग्रस्त, ग्रामीणों में फ़ैला रोष।
कैराना : यमुना नदी पर बने बांध के मार्ग पर दिन रात दौड़ने वाले रेत के अवरलोड वाहनों व पूर्व में हुई बारिश के कटान से वह क्षतिग्रस्त हो गया है। हैदरपुर गांव के समीप बांध पर तीन गांवों के दर्जनों लोगों ने पहुँचकर प्रदर्शन कर क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मत, ऊँचाई व चौड़ाई में दो मीटर की व्रद्धि कराने की मांग की है।
क्षेत्र के गांव हैदरपुर, मवी, सपहत, रामडा, नगला राई, इस्सोपुर खुरगान, मंडावर, बसेड़ा, चौतरा, शितलगढ़ी आदि गांव यमुना के किनारे स्थित है। इन गांवों को यमुना के पानी एवं बाढ़ से बचाने के लिए नदी के किनारे बांध बनवाया गया था। जिससें खादर क्षेत्र के लोगों को पानी की मार से बचाने के साथ साथ पानीपत खटीमा राजमार्ग व मेरठ करनाल मार्ग से कनेक्टिविटी बेहतर होने पर गांवों के लोगों को राहत प्रदान हुई थी। गत दो तीन वर्षों से यमुना नदी में शासन प्रशासन की ओर से छोड़े गए वैध रेत खनन के पट्टों के दिन रात यमुना बांध से गुजरने वाले सैकड़ों ओवरलोड वाहनों के कारण बांध का मार्ग पूरी तरह जर्जर हो गया है। जिसमें नागला राई व मंडावर खनन प्वाइंट के वाहन गुजरते है। जिससें ग्रामीणों का निकलना दूभर होने के साथ उन्हें बरसात के मौसम में नदी के बहाव में व्रद्धि होने पर बाढ़ का खतरा सताने लगा है। सोमवार की दोपहर में गांव मवी, हैदरपुर व काकोर के दर्जनों ग्रामीणों ने यमुना बांध पर पहुँचकर मार्ग में हुए गड्ढों के सामने प्रदर्शन कर बांध की ऊँचाई व चौड़ाई में दो मीटर की व्रद्धि कराने व रेत के वाहनों से क्षतिग्रस्त हुए मार्ग को बनवाने की मांग की गई। इस दौरान ग्राम मवी के प्रधान मित्रसेन व ग्राम मवी अहतमाल तिमाली के प्रधानपति जाहिद के नेतृत्व में साहब सिंह, सुशील, रवि बल्लू, नर सिंह, ऋषिपाल, ईश्वरचंद, सुरेश, नीरज, बिट्टू, मोनू, इलियास अनीस व रामवती, पूजा आदि ग्रामीणों ने शामिल होकर प्रदर्शन किया।